Monsoon 2023: बिहार में मॉनसून की देरी से खेती पर संकट, महंगी हो सकती है सब्जी और दूध, जानिए कब होगी बारिश

Monsoon 2023: बिहार में हीटवेव/ लू की इतनी लंबी समयावधि पिछले समय में नहीं देखी गयी है. यह दौर मानसून आने से पहले तक जारी रहने की संभावना है. हीट वेव की परिस्थितियों के चलते गर्मियों में बोयी जाने वाली सब्जियों की फसल को बचाने के लिए सिंचाई की मांग बढ़ती जा रही है. इससे सब्जियों के दाम बढ़ सकते हैं

By Prabhat Khabar | June 8, 2023 1:03 AM

Monsoon 2023: आगामी 22 जून को धान रोपनी के लिए उपयुक्त आर्द्रा नक्षत्र शुरू हो जायेगा. पर, प्रदेश में मानसून आने में अभी भी विलंब है. बिहार में उसकी दस्तक जून के तीसरे हफ्ते तक संभावित है. मानसून में होती देरी से बिहार में लू (बेहद गर्म हवा) और प्रचंड होती जा रही है. गर्म लपट के थपेड़ों ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है. भयंकर गर्मी की इन परिस्थितियों ने न केवल आम जनजीवन को प्रभावित किया है, बल्कि खेती के लिए संकट खड़ा कर दिया है. इससे सब्जियों और दूध के दाम बढ़ सकते हैं.

नौ दिन से 40 डिग्री से ऊपर तापमान 

जून में प्रदेश के अधिकतर जगहों पर उच्चतम तापमान लगातार नौ दिन से 40 डिग्री से ऊपर चल रहा है. डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय (पूसा) के मौसम विज्ञानी डॉ ए सत्तार के मुताबिक हीटवेव/ लू की इतनी लंबी समयावधि पिछले समय में नहीं देखी गयी है. यह दौर मानसून आने से पहले तक जारी रहने की संभावना है.

महंगी हो सकती है सब्जी और दूध

पूसा के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डाॅ ए सत्तार ने बताया कि हीट वेव की परिस्थितियों के चलते गर्मियों में बोयी जाने वाली सब्जियों की फसल को बचाने के लिए सिंचाई की मांग बढ़ती जा रही है. इससे सब्जियों के दाम बढ़ सकते हैं, क्योंकि सिंचाई के लिए पानी प्रबंध करने की आर्थिक लागत बढ़ेगी. पशुओं के लिए चारा संकट खड़ा होने से दूध की किल्लत बढ़ सकती है. सबसे अहम है कि धान का बिचड़ा सफल नहीं हो पा रहा है. खेती के लिए भू जल दोहन में अप्रत्याशित इजाफा हुआ है. इससे भूू जल स्तर और नीचे जाने की आशंका है. ऐसे में किसान को चाहिए कि सिंचाई का साधन हो तो बिचड़ा लगाएं. सिंचाई का प्रबंध नहीं है तो बिचड़ा लगाने के लिए अभी इंतजार करें.

देरी से दसतक देगी मॉनसून 

जानकारी के मुताबिक बिहार में इस साल मानसून देरी होना तय हो चुका है. पिछले तीन सालों के आंकड़ों पर नजर डालें तो मानसून वर्ष 2020, 2021 और 2022 में 13 जून तक बिहार में आ गया था. ऐसे में मानसून करीब एक हफ्ते से अधिक विलंब हो सकता है.

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बिहार के 21 स्थानों पर लू का भीषण कोप

बुधवार को बिहार में 21 स्थानों पर जबरदस्त लू चली है. इसकी वजह से 10 स्थानों पूर्णिया, मोतिहारी, खगड़िया, शेखपुरा, सुपौल, सबौर, फारबिसगंज, कटिहार, पटना, वाल्मीकिनगर में सीवियर हीट वेव की स्थिति बनी है. इन जगहों पर उच्चतम तापमान सामान्य 6.1 से 8.8 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया. बांका, भागलपुर, नवादा, जमुई, वैशाली, नालंदा, पूसा, जीरादेइ, सहरसा, भोजपुर, औरंगाबाद में भी जबरदस्त लू चली है. अररिया, गया और दरभंगा में उच्चतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर ही दर्ज किया गया है.

  • प्रदेश के आठ जगहों पर पारा 43 पार

  • बिहार में सर्वाधिक उच्चतम तापमान शेखपुरा में 43.7 डिग्री दर्ज किया गया. पूर्णिया और वाल्मीकिनगर में पारा 43.5, पटना में 43.4 , नवादा और खगड़िया में 43.2, भागलपुर में 43.3, वैशाली में 43.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

  • 42 या इससे अधिक और 43 से कम उच्चतम तापमान मोतिहारी, सबौर, फॉरबेस गंज, जमुई,जीरादेइ में दर्ज किया गया.

  • प्रदेश में केवल मुख्य रूप से किशनगंज और मुजफ्फरपुर में ही पारा 40 डिग्री से नीचे रहा.

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