मोतिहारी : दिल्ली में एक कमिश्नर के घर से करीब एक करोड़ की चोरी कर फरार बदमाश की तलाश में जमला में छापेमारी की गयी. वहां से रंजन साह नाम का युवक पकड़ा गया है. बताया जाता है कि रंजन के नाम से जारी वोटर आईकार्ड के आधार पर एक युवक दिल्ली में एक कमिश्नर के घर नौकर का काम करता था.
एक तीन रोज पहले मौका पाकर नकद,आभूषण सहित करीब एक करोड़ की सम्पत्ति लेकर फरार हो गया. साउथ दिल्ली के सफदरगंज थाना में कमिश्नर ने वोटर आईकार्ड के आधार पर प्राथमिकी दर्ज करायी है. सफदरगंज थाना के इंस्पेक्टर अनंत कुमार गुंजन रविवार की रात मोतिहारी पहंुचे. मुफस्सिल थानाध्यक्ष किशोरी चौधरी के सहयोग से वोटर आइकार्ड के आधार जमला गांव में छापेमारी कर रंजन साह को पकड़ लिया.
उसकी गिरफ्तारी के बाद मामला और उलझ गया,क्योंकि वोटर आईकार्ड पर रंजन साह,गांव जमला, थाना मुफस्सिल, जिला पूर्वी चंपारण व पिता का नाम सोहन प्रसाद है, लेकिन फोटो रंजन की जगह किसी दूसरे व्यक्ति का है. दिल्ली पुलिस इंस्पेक्टर गुंजन संदिग्ध रंजन के साथ जमला के बीएलओ को पकड़ सोमवार को निर्वाचन कार्यालय पहुंचे. रंजन के वोटर आईकार्ड की पड़ताल के लिए निर्वाचन कार्यालय में आवेदन दिया है. वहीं रंजन से सख्ती के साथ पूछताछ की जा रही है. इंस्पेक्टर ने बताया कि मामला हाईलेवल का है. चोरी की घटना को लेकर सफदरगंज थाना में कांड संख्या 515/16 दर्ज है. बताया जाता है कि दिल्ली पुलिस इंस्पेक्टर टीम को लेकर हवाई जहाज से पटना पहुंचे. वहां से बस पकड़ मोतिहारी आने के बाद स्थानीय पुलिस के सहयोग से जमला में छापेमारी कर रंजन को दबोच लिया.
निकाला जा रहा वोटर आइकार्ड: दिल्ली पुलिस ने रंजन साह के ओरिजनल वोटर आईकार्ड निकालने के लिए निर्वाचन कार्यालय में आवेदन दिया है. रंजन के आईकार्ड का नंबर यूजेडपी08187 है. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि रंजन के नाम व पते पर फर्जी आइकार्ड बना दिल्ली में कमिश्नर के नौकर बन करोड़ों की चोरी की गयी है या फिर वोटर आइकार्ड ओरिजनल है. पुलिस का कहना है कि बीएलओ व निर्वाचन कार्यालय के गलती से बहूतों ऐसे आईकार्ड है, जिसमें नाम व पता सही है, लेकिन फोटो गलती से दुसरे का लगा हुआ है. रंजन का ओरिजनल आईकार्ड निकलने के बाद मामला साफ होगा.
मोतिहारी से जुड़ा है चोरी का मामला: दिल्ली पुलिस का कहना है कि कमिश्नर के घर चोरी में रंजन का हाथ हो या नहीं, लेकिन घटना का तार मोतिहारी से ही जुड़ा है. अगर आईकार्ड फर्जी है तो बनवाने वाला मोतिहारी का ही व्यक्ति है और वह रंजन व उसके परिवार के सभी लोगों को जानता है, क्योंकि मोतिहारी से बाहर का बदमाश जमला गांव, वहां के रंजन साह व उसके पिता का नाम जान सकता. दिल्ली पुलिस इंस्पेक्टर गंुजन ने बताया कि घटना में रंजन या उसके करीबी लोगों का हाथ है. बहुत जल्द बदमाश को बेनकाब कर लिया जायेगा.
बेेनीपट्टी का एक शख्स बना था गैरेंटर: दिल्ली पुलिस के अनुसार, कमिश्नर के घर में बदमाश को नौकरी दिलाने वाला व्यक्ति बेनीपट्टी या बनियापट्टी का है. बेनीपट्टी मधुबनी जिला में है, जबकि बनियापट्टी मोतिहारी शहर में है. पुलिस ने कहा कि अगर फर्जी वोटर आईकार्ड है तो यह एक बड़ा गिरोह है, जो महानगरों में अधिकारी व व्यवसायी के घर नौकर बनकर चोरी की घटना को अंजाम देते है. पुलिस ने बताया कि बदमाश का गैरेंटर को ढुंढने के लिए मधुबनी पुलिस से भी सम्पर्क किया गया है.
जमला गांव से युवक धराया
कमिश्नर के घर में था नौकर, आईकार्ड से धराया
आईकार्ड रंजन का, लेकिन फोटो किसी दूसरे का
तीन रोज पहले हुई है चोरी, प्लेन से पहुंची पुलिस