फीलगुड में रह गये महागठबंधन के कार्यकर्ता, बाजी मार ले गयी एनडीए

मतगणना के बाद हुए हार-जीत को लेकर देर रात तक महागठबंधन के कार्यकर्ता विश्लेषण करते रहे.

By AMLESH PRASAD | November 14, 2025 10:41 PM

ब्रह्मपुर. मतगणना के बाद हुए हार-जीत को लेकर देर रात तक महागठबंधन के कार्यकर्ता विश्लेषण करते रहे. डुमरांव विधानसभा से पराजित अजीत कुशवाहां की हार ने कार्यकर्ताओं को मंथन-चिंतन करने पर मजबूर कर दिया है. कार्यकर्ता फीलगुड महसूस करते रहे. उन्हें लग रहा था कि महागठबंधन से अजीत कुशवाहां का हर वर्ग के लोगों का समर्थन अवश्य मिलेगा. वह अपार मतों से चुनाव जीतेंगे, लेकिन ठीक इसके विपरीत एनडीए कार्यकर्ता धरातल पर चुनाव जीतने के उद्देश्य से जुटे रहे. इसका सकारात्मक परिणाम भी मिला. महागठबंधन कार्यकर्ता मतदाता के मूड को भांप नहीं सके, परिणामस्वरुप उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा. इस चुनाव की केन्द्र बिंदु आधी आबादी रही. मुफ्त राशन, रसोई गैस के साथ 11 सौ रुपए पेंशन व महिलाओं को मिले दस हजार रुपये जीविका को सरकार की ओर से मिला. जीत में इस फैक्टर ने भी अहम भूमिका निभायी, वहीं महागठबंधन कार्यकर्ता सरकारी नौकरी, भुना पाये.

जश्न में डूबी एनडीए, हार पर मंथन कर रहा महागठबंधन

मतगणना के बाद किस बूथ पर किस प्रत्याशी को कितने मत मिले. इसकी गणना कार्यकर्ताओं ने शुरू कर दी है. एक ओर कार्यकर्ताओं द्वारा एनडीए राहुल सिंह की जीत का जश्न मनाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर तीनों महागठबंधन प्रत्याशी संजय तिवारी, विश्वनाथ राम व अजीत कुशवाहा की हार का मंथन हो रहा है. राजद नेता ने बताया कि मंथन किया जा रहा है कि आखिर चूक कहां हुई. वहीं भाजपा के नेता ने एनडीए की इस जीत को ऐतिहासिक बताया. एनडीए की मेहनत व बूथ प्रबंधन ने जीत में अहम भूमिका निभायी. महागठबंधन के सभी कार्यकर्ता हार के बाद भी क्षेत्र की जनता के साथ रहेंगे. इधर एनडीए प्रत्याशी राहुल सिंह, आंनद मिश्रा व संतोष कुमार निराला के जीत पर लोगों ने जश्न मनाया तथा मिठाइयां बांटी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है