कचरा प्रोसेसिंग प्लांट के लिए भूमि का हुआ चयन

नगर में कचरा का निस्तारण एक समस्या अभी भी बनी हुई है. जबकि इटाढ़ी के पास कचरा निस्तारण को लेकर डंप स्थल बना हुआ है.

By AMLESH PRASAD | December 5, 2025 10:19 PM

बक्सर. नगर में कचरा का निस्तारण एक समस्या अभी भी बनी हुई है. जबकि इटाढ़ी के पास कचरा निस्तारण को लेकर डंप स्थल बना हुआ है. इसके बावजूद नगर के कचरा निस्तारण को लेकर परेशानी बनी हुई है. नगर का कचरा एजेंसी द्वारा आस-पास के खाली जगहों में ही कर दिया जा रहा है. जिससे आम लोगों को परेशानी होती है. इससे अब नगर वासियों को मुक्ति मिलने की संभावना काफी बढ़ गयी है. नगर में बड़े पैमाने पर निकलने वाला कचरा का निस्तारण एक नगर परिषद के लिए परेशानी बनी हुई है. नगर में लगभग 88 टन हर प्रकार की प्रतिदिन कचरा निकलता है. वहीं कचरे से जैविक खाद बनाने के लिए जगह की खोज की जा रही थी. इस बीच जैविक खाद बनाने के लिए प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के लिए सदर प्रखंड के महदह गांव स्थित पुलिस लाइन के पास सरकारी जमीन 5 एकड़ चिह्नित किया गया है. जिसके लिए कागजी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. विभाग के पास एनओसी के लिए प्रक्रिया किया गया है. जहां से एनओसी मिलने के बाद प्राेसेसिंग यूनिट शीघ्र ही लगाया जायेगा.

88 टन प्रतिदिन निकलता है कचरा : बक्सर नगर के सभी 42 वार्डों में प्रतिदिन कुल लगभग विभिन्न प्रकार के 88 टन कचरा का निकलता है. जिसका निस्तारण नगर परिषद से इटाढ़ी स्थित निस्तारण के लिए जगह चिन्हित होने के बाद भी समस्या बनी हुई है. समय से कचरे का नगर से उठाव नहीं हो रहा है. वहीं निस्तारण स्थल दूर होने के कारण एजेंसी के लोगों द्वारा नगर के आस-पास ही खाली जगहों में कचरा का निस्तारण कर दिया जाता है. इससे अब लोगों को मुक्ति मिलेगी. जबकि कचरा के निस्तारण पर नगर परिषद प्रतिमाह कुल एक करोड़ 16 लाख रुपये खर्च किया जाता है.

नगर परिषद को होगी प्रतिमाह अतिरिक्त लाभ : एनओसी मिलने के बाद नगर परिषद संबंधित स्थल पर कचरा प्रोसेसिंग यूनिट लगायेगा. इससे नगर परिषद को कचरे से अतिरिक्त लाभ मिलेगा. कचरे की पृथ्थकीकरण के बाद उससे जैविक खाद तैयार किया जायेगा. जिससे नगर परिषद को कचरे से अतिरिक्त लाभ प्राप्त होगा. कचरे से नगर परिषद आर्थिक रूप से मजबूत होगा. कचरे के निस्तारण पर होने वाले खर्च की बड़े पैमाने पर भरपाई होगी.

क्या कहते हैं अधिकारी

सदर प्रखंड के महदह गांव के पास एक भूमि चिह्नित किया गया है. जिसके एनओसी के लिए विभाग को भेजा जा रहा है. इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. एनओसी मिलने के बाद कचरा प्रोसेसिंग यूनिट के लगाने का मार्ग प्रशस्त हो जायेगा. कचरा निस्तारण की समस्या समाप्त हो जायेगी. वहीं इस कचरे से जैविक खाद तैयार होगा. जिससे नगर परिषद को कचरे से आर्थिक मजबूती भी मिल सकेगी.

मनीष कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद बक्सर

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