Buxar News: सोवा पावरग्रिड के अनियमित आपूर्ति व लचर व्यवस्था से उपभोक्ता परेशान

डुमरांव प्रखंड अंतर्गत सोवां के गणमान्य लोगों व समाजसेवियों और युवाओं की अनीवार्य बैठक बाबा भुवरनाथ सरोवर के पास आयोजित की गयी.

By RAVIRANJAN KUMAR SINGH | August 10, 2025 5:33 PM

डुमरांव. डुमरांव प्रखंड अंतर्गत सोवां के गणमान्य लोगों व समाजसेवियों और युवाओं की अनीवार्य बैठक बाबा भुवरनाथ सरोवर के पास आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता गांव के जाने-माने समाजसेवी मुमताज अंसारी ने किया तथा संचालन राजकिशोर यादव उर्फ मास्टर ने किया. बैठक में लोक कल्याणकारी मंच के संयोजक डॉ सुधीर कुमार सिंह विशेष रूप से उपस्थित थे. तथा गणमान्य लोगों में मुखिया प्रतिनिधि शिवजी पासवान, पंचायत समिति आलम हुसैन, रेलयात्री कल्याण समिति टुड़ीगंज के कुमार रामावतार , महाशिवरात्रि महोत्सव के अध्यक्ष अजय यादव भी शामिल थे. बैठक में मुख्य मुद्दा सोवां गांव स्थित पावरग्रिड से संबंधित था, जिनमें सर्वसम्मति से तीन प्रस्ताव पारित किया गया. सोवां गांव एक बहुत बड़ा गांव है, यहां की आबादी भी बहुत बड़ी है, इसलिए सोवां गांव के लिए अलग से स्पेशल फीडर की व्यवस्था किया जाय. कृषि फीडर में भी कम से कम 18 घंटा बिजली रहना सुनिश्चित किया जाए. पावर ग्रिड में कार्यरत कर्मचारियों पर अंकुश लगाया जाय. वहां पर शाम होते ही असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगने लगता है, और आएदिन रात्रि में पार्टी होते रहता है इस पर सख्त रुप से रोक लगायी जाए. बैठक को संबोधित करते हुए डॉ सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि सोवां गांव में पावरग्रिड के लिए बिजली विभाग को इतनी भारी मात्रा में जमीन उपलब्ध कराया गया ताकि गांव को विशेष रूप से सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. उस समय अधिकारियों द्वारा सोवां गांव के लिए अलग फीडर और 24 घंटे बिजली देने का आश्वासन भी दिया गया था. लेकिन पावरग्रिड स्थापित हो जाने के बाद सोवां गांव को ठेंगा दिखा दिया गया. अब तो अधिकारियों की बात तो दूर पावरग्रिड के आपरेटर भी मनमानी कर रहे हैं. मुखिया प्रतिनिधि शिवजी पासवान ने कहा कि सोवां गांव के लिए अलग फीडर कराने के लिए और 24 घंटे विद्युत आपूर्ति के लिए आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी. जिसकी शुरुआत 15 अगस्त के बाद कर दिया जाएगा. मौके पर उपस्थित कुमार रामावतार अधिवक्ता ने कहा कि प्रायः ऐसा देखा जाता है कि जिस गांव में जो चीज़ स्थापित होता है उस गांव में विशेष सुविधा दी जाती है, लेकिन सोवां गांव का पावरग्रिड उदाहरण बनकर रह गया है. सोवां गांव से बेहतर विद्युत व्यवस्था बगल के गांवों में देखने को मिलता है, जबकि यहां की विद्युत व्यवस्था बद से बदतर हो गई है. मैं बिजली विभाग के आला अधिकारियों से आग्रह करता हूं कि यथाशीघ्र सोवां गांव के लिए अलग फीडर की व्यवस्था करें अन्यथा चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा. रविवार की बैठक में उपस्थित लोगों में मुख्य रूप से बीजेन्द्र कुमार महतो,जयकिशोर यादव, सोनु सर, निक्की सिंह,माझील शर्मा, राहुल यादव,मो जब्बार,मंगरु महतो, मनोहर शर्मा, मो जिलानी, मंटु महतो सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण शामिल थे

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