सोवा इंटर कॉलेज में खतरे के साये तले पढ़ रहे बच्चे, प्रशासन मौन
डुमरांव प्रखंड क्षेत्र के सोवा गांव में स्थित सोवा इंटर कॉलेज का भवन अब शिक्षा का नहीं बल्कि हादसे का प्रतीक बनता जा रहा है.
कृष्णाब्रह्म. डुमरांव प्रखंड क्षेत्र के सोवा गांव में स्थित सोवा इंटर कॉलेज का भवन अब शिक्षा का नहीं बल्कि हादसे का प्रतीक बनता जा रहा है. कभी बच्चों के भविष्य को उजागर करने के लिए बनाए गए इस विद्यालय का ढांचा आज पूरी तरह जर्जर हो चुका है. दीवारों में चौड़ी दरारें, टूटे छज्जे और छत से झांकती सरिया यह साफ दर्शा रही है कि प्रशासन की लापरवाही ने इस भवन को किसी अनहोनी के इंतजार में छोड़ दिया है. विद्यालय के जिस भवन में छात्र छात्राएं अपनी शिक्षा ग्रहण करने आते हैं, वहीं भवन अब उनकी जान के लिए खतरा बन चुका है. भवन के स्तंभों में गहरी दरारें पड़ चुकी हैं, सीलिंग की प्लास्टर झड़ चुकी है, और कई जगहों पर लोहे की सरिया पूरी तरह खुल चुकी है. कुछ हिस्सों में छत इतनी कमजोर हो चुकी है कि किसी भी क्षण वह भरभराकर गिरने की भी संभावना बनी रहती है. हादसे की आशंका हर पल : विद्यालय के छात्रों और ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के समय यह भवन और भी खतरनाक हो जाता है. बारिश का पानी दीवारों से रिसता हुआ अंदर तक पहुंच जाता है, जिससे सीलन और जंग ने भवन की स्थिति को और खराब कर दिया है. पिछले कई वर्षों से इसकी मरम्मत की कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गयी. ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल भवन के स्तंभों में कई जगह चौड़ी दरारें है. अगर समय रहते मरम्मत नहीं हुई तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है. जिस तरह छत के नीचे से सरिया दिख रही है और कंक्रीट टूट कर गिर रही है, वह यह संकेत दे रही है कि भवन अपनी उम्र पूरी कर चुका है. निर्माण में लापरवाही के आरोप स्थानीय लोगों का कहना है कि इंटर कॉलेज का भवन निर्माण कराया गया था, लेकिन निर्माण कार्य के समय घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया. सीमेंट और रेत की गुणवत्ता खराब होने के कारण भवन इतने कम समय में ही जर्जर हो गया है. अगर निर्माण कार्य में मानक का पालन किया गया होता, तो यह हालात नहीं आते. विद्यालय के पूर्व छात्र और ग्रामीणों का कहना है कि यह शिक्षा विभाग की गंभीर लापरवाही का परिणाम है. बच्चों की पढ़ाई जिस भवन में होती है, उसकी हालत देखकर अभिभावक अब अपने बच्चों को भेजने से डर रहे है. कई बार छज्जे से गिरी हुई मलबा की चपेट में छात्र बाल बाल बचे हैं. शिक्षा का मंदिर बना खंडहर : सोवा इंटर कॉलेज का यह जर्जर भवन अब किसी खंडहर से कम नहीं लगता. यह वही विद्यालय है, जहां से सैकड़ों छात्रों ने अपनी शिक्षा पूरी कर उच्च पदों पर पहुंचे. लेकिन आज की तस्वीर देखकर उन पुराने छात्रों का दिल भी भर आता है. विद्यालय के वर्तमान छात्र छात्राओं का कहना है कि अब वे भवन में प्रवेश करते समय डरते है. शिक्षा का यह हाल देखकर स्थानीय लोग कहते है. अगर ऐसा ही चलता रहा, तो आने वाले समय में यह भवन किसी बड़ी त्रासदी की वजह बन जायेगा.
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