बिहार में अब ऑडी और मर्सिडीज चला सकेंगे बच्चे, युवक के स्टार्टअप ने किया कमाल, जानें पूरा मामला

Bihar News: बिहार की प्रतिभा और हुनर से आज पूरा विश्व वाकिफ है. इसी कड़ी में एक और नयी खबर सामने आई है. दरअसल, राज्य के 21 वर्षीय युवक हर्षवर्धन ने कमाल कर दिखाया है. ऑडी, मर्सिडीज, थार, केटीएम सहित कई अलग-अलग सुपर बाइक और सुपर कार बच्चे चला सकते हैं.

By Prabhat Khabar Print Desk | May 8, 2023 2:14 PM

Bihar News: बिहार की प्रतिभा और हुनर से आज पूरा विश्व वाकिफ है. इसी कड़ी में एक और नयी खबर सामने आई है. दरअसल, राज्य के 21 वर्षीय युवक हर्षवर्धन ने कमाल कर दिखाया है. इन्होंने बाजार में मौजूद सुपर कार और सुपर बाइक के तर्ज पर खिलौने बनाए हैं. इन खिलौनों में अब बच्चे बैठ कर इसे ड्राइव भी कर सकेगें. साथ ही खिलौनों से कार या बाइक के मजे भी ले सकेंगे. ऑडी, मर्सिडीज, थार, केटीएम सहित कई अलग-अलग सुपर बाइक और सुपर कार बच्चे चला सकते हैं. इसके साथ ही उन्हें लाइसेंस और 6 महीनों की गारंटी भी मिलेगी.

15 साल तक के सभी बच्चों के लिए गाड़ियां मौजूद

जानकारी के मुताबिक, बाजार में मिलने वाली हर बड़ी गाड़ियों का खिलौना रूप हर्षवर्धन के पास मौजूद है. यह गाड़ियां इनमें लगे बैट्री द्वारा संचालित किये जाएंगे. साथ ही यह बैट्री बिजली से चार्जेबल होंगे. इसके साथ ही इन खिलौने की गाड़ियों की आवाज बाजार में उपलब्ध असली गाड़ियों जैसी ही है और इनमें लगे म्यूजिक सिस्टम, लाईट, सीट के साथ तकरीबन हर वह सुविधा मौजूद हैं जो एक सामान्य गाड़ियों में सुविधा उपलब्ध होती हैं. बच्चें इन गाड़ियों के ड्राइविंग सीट पर बैठ कर इन्हें रिमोट के सहारे ऑपरेट कर सकेंगे.आपको बता दें कि 15 साल तक के सभी बच्चों के लिए हर्षवर्धन के पास गाड़ियां मौजूद हैं. इन खिलौनों में 70 किलोग्राम तक के अधिकतम वजन के भी लोग बैठ सकेंगे.

Also Read: मणिपुर में हिंसा के बीच फंसे बिहार के छात्र मंगलवार को लौटेंगे वापस, भेजा जाएगा विशेष विमान
गाड़ियों की कीमत करीब पांच हजार से शुरू

आपको बता दें कि पटना के रहने वाले 21 साल के हर्षवर्धन ने बीबीए की डिग्री ली है. इन्होंने स्थानीय मीडिया को जानकारी दी उसके सभी दोस्त बिहार के बाहर या तो पढ़ रहे हैं या फिर नौकरी कर रहे हैं. लेकिन, इन्होंने अपने राज्य में ही रहकर बिजनेस करने का सोचा और 3 महीने पहले खिलौनों के बिजनेस से शुरुआत कर दी. हर्षवर्धन ने बताया कि वह इन गाड़ियों के पार्टस को बाहर से मंगवाते हैं, फिर कारीगरों द्वारा उसे असेंबल करवाते है. साथ ही खिलौनों की होम डिलीवरी भी होती है. वहीं, इन गाड़ियों की कीमत लगभग 5 हजार से लेकर 15 हजार रुपए के बीच है.

Next Article

Exit mobile version