चक्रवाती हवाओं व बेमौसम बरसात ने किसानों की करोड़ों की पूंजी को डूबो दी है. मंगलवार को करीब 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली चक्रवाती हवाओं व बरसात की वजह से खेतों में खड़ी व खलिहान में थ्रेसिंग के इंतजार में पड़ी फसलों को नुकसान हुआ है. पेड़ों पर लगे आम के मंजर गिर गये हैं. खेतों में लगी सब्जियों की लतर पूरी तरीके से बर्बाद हो चुकी है. कृषि विभाग का दावा है कि बारिश व आंधी से कहीं नुकसान ही नहीं हुआ है. मौसम के हालात में अगले 24 घंटे बाद ही सुधार होने के संकेत मिल रहे हैं. तेज आंधी से बिजली के तार कई जगहों पर टूट गये, जिससे की खड़ी फसलों में आग लग गयी. प्रस्तुत है रिपोर्ट
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चक्रवाती हवा व बेमौसम बरसात से किसानों को झटका, पूंजी भी डूबी
चक्रवाती हवाओं व बेमौसम बरसात ने किसानों की करोड़ों की पूंजी को डूबो दी है. मंगलवार को करीब 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली चक्रवाती हवाओं व बरसात की वजह से खेतों में खड़ी व खलिहान में थ्रेसिंग के इंतजार में पड़ी फसलों को नुकसान हुआ है. पेड़ों पर लगे आम के मंजर […]
आरा/बड़हरा : वैशाख महीने में मौसम के बदले मिजाज ने रवि फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है. जिले के किसानों की करोड़ों की पूंजी को बरसात ने डूबो दिया है. हाल के वर्षों में यह पहला मौका जब बरसात की वजह से फसलों को इतनी नुकसान पहुंची है. गेहूं, दलहनी व सब्जियों की फसलों क्षति हुई है. पिछले एक सप्ताह से मौसम का रुख बदला हुआ है. कई ऐसे किसान हैं, जिनकी फसल अभी खेतों में ही लगी हुई है. खलिहान में बोझा आने के बाद थ्रेसिंग नहीं हो पायी है, क्योंकि लगातार पुरवा हवा चल रही है. ऐसे में डंठल में काफी नमी है, जिसके कारण थ्रेसिंग का कार्य नहीं हो पा रहा है.
दियारा इलाके के किसानों को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान: दियारा इलाके में साल में एक ही फसल तैयार होती है, क्योंकि बरसात के दिनों में बारिश की वजह से मक्के व बाजरा की फसल बाढ़ में डूब जाती है. बाढ़ उतरने के बाद दलहनी व फसलों व सब्जियों की खेती होती है, लेकिन तेज आंधी व बारिश में सब्जियों की लतर टूटकर खेतों में बिखर गये हैं.
खलिहानों में रखे बोझे में लग गये फफूंद: मसूर व चने की कटाई करने के बाद थ्रेसिंग के लिए किसानों ने फसलों के बोझे को खलिहान में रखा था, लेकिन लगातार हो रही बारिश की वजह से फसलों में फफूंद लग गये है. किसानों ने बताया कि थ्रेसिंग होने के बाद इन फसलों का अब स्वाद भी बिगड़ जायेगा. खाने में पहले वाला स्वाद नहीं रहेगा.
कृषि विभाग का दावा, नहीं हुई क्षति: पिछले पांच दिनों में ओले पड़े, तेज आंधी चलीं, बारिश हुई. आंधी की वजह से बिजली के तारों की टक्कर से गेहूं की खड़ी फसल में आग लगने से करीब 50 खड़ी गेहूं की फसल तबाह हो गयी. तेज आंधी की वजह से सहार-पेउर मार्ग पर ऑटो पलट गयी. इसमें एक महिला की मौत हो गयी और चार लोग घायल हो गये, लेकिन कृषि विभाग का दावा है कि कोई क्षति ही नहीं हुई है.
बारिश होने के बने आसार, कल से साफ होगा आकाश: इस समय मौसम आकाश में बने हालात से अगले 24 घंटों के दौरान, मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, गंगीय पश्चिम बंगाल, केरल, आंतरिक तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. स्काइमेट के वैज्ञानिकों के मुताबिक इस समय एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू और कश्मीर पर बना हुआ है. एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पश्चिम उत्तर प्रदेश पर बना हुआ है. एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वी उत्तर प्रदेश और उससे सटे बिहार पर देखा जा सकता है. उत्तरी बांग्लादेश और उससे सटे राज्यों पर एक और चक्रवाती सिस्टम देखा जा सकता है. वहीं स्काइमेट के मुताबिक एक विपरीत चक्रवाती सिस्टम उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर बना हुआ है. कल से मौसम में सुधार होने की संभावना है.
क्या कहते हैं अधिकारी
आंधी व बारिश से कोई क्षति नहीं हुई है. सभी प्रखंडों से रिपोर्ट मंगायी गयी है, लेकिन किसी भी प्रखंड से क्षति की सूचना नहीं आयी है.
संजय नाथ तिवारी, जिला कृषि पदाधिकारी
बोले पीड़ित किसान
आंधी व बारिश से किसानों को काफी नुकसान हुआ है. एक साल की कमाई बर्बाद हो गयी है. इससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है.
शंकर दयाल सिंह
दियारा इलाके में मात्रा रवि की फसल ही होती है. ऐसे में बेमौसम हुई बरसात से करोड़ों को नुकसान हुआ है.
उपेंद्र सिंह
थ्रेसिंग के इंतजार में खलिहानों में रखी फसलों में फफूंद लग गयी है. इस कारण फसलों की पैदावार में भी कमी आयेगी. बेचने पर दाम भी कम मिलेगा.
हरेराम सिंह
आम के पेड़ों पर लगे मंजर गिर गये है. खेतों में लगी फसल गिर गयी है. इससे उनलोगों की पूंजी डूब गयी है.
संजय सिंह
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