सबौर : सबौर थाना क्षेत्र के छोटी सरधो महादलित टोला में मुनीालाल मंडल के घर के सामने रविवार की दोपहर तीन बजे अपराधियों ने क्रिकेटर व जमीन प्लॉटिंग से जुड़े इशाकचंदन उर्फ डुगडुग (33) पिता स्व शिवाजी मंडल की गोली मार कर हत्या कर दी. गोली चंदन के सिर के दाहिने ओर मारी गयी जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गयी. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने एक मोटरसाइकिल और मोबाइल बरामद किया है.
जिस घर के सामने हत्या हुई, वहां से प्राप्त साक्ष्य पूर्व नियोजित तरीके से चंदन को बुलाकर हत्या किये जाने की ओर इशारा करते हैं. मृतक के बड़े भाई धर्मजय ने बताया कि चंदन की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी.
चार लोगों ने मिल कर की हत्या
सूत्रों की मानें तो चंदर को फोन कर मौके पर बुलाया गया था. अपराधी घटनास्थल के पास के घर में जमा थे. चंदन के वहां पहुंचने के बाद लगभग तीन घंटे तक सबने मिल कर
शराब पी.
इसी दौरान चंदन की वहां माैजूद अपराधियों से बहस होने लगी और चंदन वहां से उठ कर चल दिया. बाहर निकल कर जैसे ही वह मोटरसाइकिल पर सवार होने लगा तो एक अपराधी ने आकर उसके सिर में दाहिनी ओर गोली मार दी. इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गयी. उसके बाद सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में लेकर मामले का छानबीन की. जिस घर के सामने हत्या हुई उस घर में ताला लगा था. जब ताला तोड़ कर पुलिस घर के अंदर घुसी तो पुलिस को वहां शराब की बोतल, गिलास, सिगरेट के टुकड़े और चखना आदि मिला. ऐसा लग रहा था कि कुछ समय पूर्व ही वहां से शराब पीकर अपराधी निकले थे. बीच गांव में और दोपहर में घटना होने की वजह से ग्रामीणों ने गोली की आवाज सुनी और घटना को आंखोें से देखा भी, लेकिन अपराधियों के भय के कारण कोई भी ग्रामीण कुछ भी कहने से बचते रहे.
चार वर्ष पहले हुई थी भाई की हत्या
चार वर्ष पहले भीखनपुर में चंदन के भाई बबलू की चाकू मार कर हत्या कर दी गयी थी. उस वक्त भी परिजनों ने किसी प्रकार की किसी पर हत्या का संदेह नहीं किया था और आज तक उसके कातिल का भी पता नहीं चल सका है . मृतक तीन भाई था. अब अकेला बड़ा भाई बचा है. चंदन के पास संपत्ति के नाम पर पुरखाें का बनाया एक घर था जिसे बहन की शादी में बेच दिया था. सभी लोग सरमसपुर एलआइसी कॉलनी के पास बौंसी पुल के नजदीक किराये के मकान में रहते हैं.
बहुत अच्छा क्रिकेटर था चंदन
चंदन उर्फ डुगडुग बहुत अच्छा क्रिकेटर था. वह भागलपुर के अंडर 16 और अंडर 19 के अलावा हेमंत ट्रॉफी में क्रिकेट टीम का कप्तान रह चुका है. वह यूनाइटेड क्रिकेट क्लब का भी कप्तान रह चुका था. उसकी हत्या की खबर मिलने पर कई क्रिकेटर भी घटनास्थल पर पहुंचे. वहां पहुंचे क्रिकेटर अपने आंसू नहीं रोक पाये. पिछले दस साल से वह क्रिकेट से दूर था. क्रिकेट छोड़ने के बाद चंदन ने जमीन का कारोबार शुरू कर दिया था.
सबौर के छोटी सरधो महादलित टोले की घटना
इशाकचंदन उर्फ डुगडुग ने हेमंत ट्राॅफी में की थी कप्तानी
हत्या क्यों की गयी, पुलिस इसकी जांच कर रही है. इस मामले में जो भी संलिप्त होगा वह बहुत जल्द पुलिस की गिरफ्त में होगा. इससे संबंधित स्थानीय घटनाक्रमों की भी जांच की जा रही है.
नीरज तिवारी, थानाध्यक्ष, सबौर