सात निश्चय में जगदीशपुर क्षेत्र में मिनी जलापूर्ति योजना का काम
फ्लोराइड प्रभावित भूमिगत जल के कारण ग्रामीण काफी परेशान
निजी जमीन की पेशकश होने से संबंधित क्षेत्र में योजना में आयी तेजी
भागलपुर : जमीन अधिग्रहण के पेच में जहां कई सरकारी योजना फंसी पड़ी हैं, वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जो सरकारी योजना को लेकर अपनी बेशकीमती जमीन देने से गुरेज नहीं करते. जगदीशपुर क्षेत्र के कुछ लोगों ने अपने मोहल्ले वासियों को फ्लोराइड युक्त पानी पीने से छुटकारा दिलाने के लिए जमीन दान देने की सराहनीय पहल की है. क्षेत्र के आठ लोगों ने सरकार की सात निश्चय के मिनी जलापूर्ति योजना शुरू करने के लिए अपनी जमीन दान दी है.
सरकार से कोई राशि की नहीं मांगनेवाले लोगों की जमीन पर जिला प्रशासन ने विभागीय प्रक्रिया शुरू कर दी है. जगदीशपुर अंचलाधिकारी के पास रैयत (मालिक) जांच के लिए भेजा है. जमीन मालिक के नाम जमाबंदी की रिपोर्ट होते ही वहां पर मिनी जलापूर्ति योजना का काम होने लगेगा.
सात निश्चय के तहत जहां का भूमिगत जल पीने लायक हैं, वहां पर वार्ड विकास समिति सामान्य जलापूर्ति का काम करा रहे हैं, जिसमें जलमीनार बनाकर जलापूर्ति की जाती है. वहीं भूमिगत जल में फ्लोराइड, आयरन आदि के होने पर पीएचइडी वहां पर मिनी जलापूर्ति योजना लागू कर रहा है. पानी को शोधन करके घरों में शुद्ध पानी की सप्लाई होगी. मिनी जलापूर्ति योजना में दो डिसमिल जमीन की आवश्यकता है, जिस पर संयंत्र लगना है.
यह हैं आठ लोग
कोला नारायणपुर के जितेंद्र कुमार व भानु प्रताप सिंह
नूरउद्दीनपुर के मोती सिंह
तगेपुर की सरिता देवी.
शाहजंगी के अशोक मंडल
बलुआचक के वैधनाथ व तौफिक
मिनी जलापूर्ति योजना शुरू करने के लिए जगदीशपुर क्षेत्र से आठ लोग आगे आये हैं, जिन्होंने अपनी जमीन दान दी है. यह एक अच्छी पहल है क्योंकि आम तौर पर सभी जगह सरकारी जमीन नहीं होती है और जमीन की तलाश में स्कीम लागू होने में दिक्कत आती है. इन लोगों के जमीन देने से वहां पर शुद्ध पानी तय समय में देना शुरू कर देंगे.
रंजीत कुमार, कार्यपालक अभियंता(पश्चिम), पीएचइडी