भागलपुर : वक्त का बदलता दौर है और इस दौर में पश्चिमी सभ्यता के लिबास व भोजन के साथ ही पाश्चात्य संस्कृति ने भी देश में पांव पसारना शुरू कर दिया है. कहते हैं कि हर चीज का एक वक्त होता है और पश्चिमी संस्कृति के अनुसार फरवरी का यह महीना प्यार के इजहार का महीना माना जाता है. हालांकि हिंदू संस्कृति में भी इस महीने को वसंत ऋतु का महीना कहा जाता है. जिसमें प्रेम-प्यार को विशेष तरजीह दी गयी है. बहरहाल भारत का यंगिस्तान पश्चिमी देशों की तर्ज पर ही 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे मनाता है, जबकि सात से 14 फरवरी को वेलेंटाइन सप्ताह के तौर पर जाना जाता है.
प्यार के इस सप्ताह की शुरुआत मंगलवार को रोज डे से हुई. मौके पर सबने अपने खास को गुलाब देकर कहा ‘तुम मेरे खास दोस्त हो’. दोस्त ने अपने अजीज दोस्तों को पीला गुलाब भेंट किया, तो किसी ने रूठे दोस्त को मनाने के लिए सफेद गुलाब देकर उसे अपनापन का एहसास कराया. प्रेमी जोड़ों ने भी अपने प्रियतम को लाल गुलाब भेंट किया. पहली बार अपने प्यार को गुलाब देने वाले जोड़े उत्साहित थे. सुबह से ही फूल की दुकानों में भीड़ लगने लगी थी. सफेद, पीला व गुलाबी गुलाब की खूब बिक्री हुई, लेकिन लाल गुलाब के खरीदार इससे अधिक थे.