भागलपुर : घोघा रेल खंड पर गुरुवार की शाम लोकल ट्रेन से ईदनादपुर निवासी गणेश मंडल की पत्नी अमृता देवी की ट्रेन से गिर कर मौत हो गयी. गंभीर हालत में परिजनों ने उपचार के लिए मायागंज अस्पताल में भरती कराया. जहां डॉक्टर ने महिला को मृत घोषित कर दिया. घटना को लेकर मामा अरविंद मंडल ने भांजी के पति व उसके परिवार वालों पर हत्या का आरोप लगाया है.
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धरती का स्वर्ग देखना है अंडमान के हैवलॉक जाइए….
भागलपुर : घोघा रेल खंड पर गुरुवार की शाम लोकल ट्रेन से ईदनादपुर निवासी गणेश मंडल की पत्नी अमृता देवी की ट्रेन से गिर कर मौत हो गयी. गंभीर हालत में परिजनों ने उपचार के लिए मायागंज अस्पताल में भरती कराया. जहां डॉक्टर ने महिला को मृत घोषित कर दिया. घटना को लेकर मामा अरविंद […]
यदि आप अंडमान जाते हैं,
तो हैवलॉक जरूर जाइए. पोर्ट ब्लेयर से हैवलॉक समुद्री जहाज से जाया जा सकता है. करीब दो घंटे के सफर के बाद वहां की आबोहवा ही बता देती है कि वाकई यह हैवलॉक ही हैवन (जन्नत) है. हालांकि यह कस्बा ही है, मगर सभी सुविधाएं उपलब्ध. आबादी केवल 15,000. बेरोजगार एक भी नहीं. मेरे चालक बीरेन बताते है कि यहां के लोग खटने में यकीन करते है. औरतें भी कहीं बेच रहीं है तो कोई नींबू पानी. होटलों के नाम पर कॉटेज नुमा कमरे, पर हैं महंगे. किसी होटल में जेनरेटर नहीं. पूछा तो, पता चला कि बिजली नहीं जाती.
जिधर देखिए-पानी ही पानी. मिनटों में बारिस और तुरंत धूप. लाजबाब मौसम. यहां तीन बीच हैं. राधा नगर , एलिफेंटा और काला पत्थर बीच. राधानगर बीच एशिया के 10 बीच में से एक है. समुद्र में न ऊंची लहरें और न कोी खतरा. पानी का रंग आकाश के नीले रंग की तरह. बायीं तरफ हरे-भरे जंगल और शिवजी का मंदिर. समुद्र की जोर से आती नीची लहरें और उसमे लेटे लोगों का भींगना अजब का सुकून देता है.
यहां समुद्र तट पर पूरे दिन पानी से खेलते रहने पर भी थकान नहीं होती. वैसे तो कुदरत की सुंदरता को देखने और महसूस करने चारों दिशाओं से परिवार यहां आते हैं. पर, आजकल नव विवाहित जोड़ों का हनीमून गाह हैवलॉक है. सच में अंडमान का मौसम शांति और सुकून व कुदरती नजारे काफी लुभाते हैं. उसमें हैवलॉक तो मत पूछिए. इस छोटे से कस्बे में पंचायती राज का मजबूत ढांचा देखने को मिला. गांव के प्रधान के वास्ते बाकायदा दफ्तर है, और बोर्ड लगा है.
ग्रामीणों की दिक्कत का ये पूरा ख्याल रखते हैं. सड़कें दुरुस्त हैं. किसी सड़क पर एक गड्ढा तक नहीं. और सभी पक्की. चाहे किसी भी तरफ से किसी गली में चले जाइए. स्कूल डाकघर और बैंक सभी सुविधा. यहां के बाशिंदे पुकुल बताते है कि रसोई गैस समय से मिल जाती है. देख कर मन सोचता है कि काश बिहार के गांव ऐसे हो जाते.
अलबत्ता समुद्र में स्कूबा भी पर्यटकों को काफी लुभाता है. समुद्र के 30 फीट तक अंदर पानी में ले जाकर नजारा देखने का मजा ही कुछ और है. एकदम सिनेमा की तरह मुंह पर मास्क लगा और पीठ पर गैस सिलिंडर बांध गहरे पानी में गोता लगा छोटी-छोटी रंग बिरंगी मछलियां और तरह-तरह के जीव जंतु देखे होंगे. ठीक वैसा ही अनुभव होता है. इसके लिए ट्रेनर हैं. स्नेहा और स्मिता ने इसका आनंद लिया, और अपने अनुभव सुनाये.
हां, एक अंतिम बात समुद्र में तेज हवा और बारिश के बीच हिचकोले खाते जहाज सवारियों के धैर्य की कड़ी परीक्षा भी लेते हैं. लोग डर से वे केवल ईश्वर को ही याद करते है. हालांकि जहाज वातानुकूलित और खानपान की सुविधा से लैस हैं. फिर भी कमजोर दिल वालों के लिए थोड़ी दिक्कत हो सकती है. पर, फिर भी हैवलॉक तो हैवलॉक ही है. एक दफा जरूर आइए. (समाप्त)
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