भागलपुर: कोटा से लापता व्यवसायी पुत्र कुमार साहिल (16) की लाश कोटा-दिल्ली रेलखंड पर गंगापुर रेलवे स्टेशन के पास रेल पटरी पर मिली है. अपराधियों ने साहिल की हत्या कर लाश को रेल पटरी पर फेंक दिया था. 12 जनवरी से साहिल कोटा के मोदी ब्वॉयज हॉस्टल से लापता हो था और उसी दिन शाम में कोटा से 200 किमी दूर गंगापुर सिटी में उसकी लाश मिली.
अज्ञात समझ कर दिया गया दाह संस्कार
हालांकि परिजनों को घटना की जानकारी लाश मिलने के आठ दिन बाद 20 जनवरी को हुई. तब तक गंगापुर रेल पुलिस साहिल की लाश को अज्ञात समझ कर दाह-संस्कार भी कर चुकी थी. बड़े भाई विकेश कुमार जब साहिल की खोज में गंगापुर पहुंचे तो उन्होंने कपड़े और तसवीर से लाश को पहचाना. फिर उन्होंने फोन पर घटना की सूचना भागलपुर में अपने बहनोई साकेत प्रकाश को दी. राहुल के पिता व्यवसायी अशोक कुमार पोद्दार बूढ़ानाथ रोड, चमड़ा गोदाम मुहल्ले में रहते हैं.
घटना के बाद से भागलपुर में रह रहे साहिल के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. साहिल नाथनगर के सेंट जोसेफ स्कूल में 12वीं का छात्र था और कोटा के मोदी पब्लिक स्कूल से इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा था. साहिल नौ जनवरी को ही भागलपुर से कोटा गया था. परिजनों का आरोप है कि साहिल के बिहारी रहने के कारण कोटा पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया. जब मीडिया, राजनेताऔर पुलिस के वरीय अधिकारियों का दबाव पड़ा तो कोटा पुलिस गंभीर हुई. लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी.
उच्चस्तरीय जांच हो
साहिल के पिता अशोक कुमार पोद्दार ने कहा कि उनके बेटे के मौत की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. मेरे बेटे को उसके दोनों दोस्त व उसके परिजनों ने गहरी साजिश रच कर मार डाला है. साहिल किसी भी सूरत में आत्महत्या नहीं कर सकता है. वह काफी मजबूत लड़का था. नौ जनवरी को भागलपुर से खुशी-खुशी गया था. आत्महत्या करने की कोई वजह नहीं है. साहिल के लापता होने का मामला जब भागलपुर से कोटा तक मीडिया में लगातार आने लगा तो प्राची और मयंक के परिजनों ने हमलोगों को फोन कर चेतावनी दी थी. दोनों के परिजनों ने कहा था कि मीडिया में मामला जायेगा तो कुछ भी हो सकता है. इसके बाद मेरे बेटे की हत्या की सूचना मिली.
रची गयी साजिश
साहिल के बहनोई साकेत प्रकाश ने कहा कि प्राची, मयंक समेत उसके परिजनों से पूछताछ होनी चाहिए. गहरी साजिश के तहत साहिल को मारा गया है. मामले को दिग्भ्रमित करने के लिए साहिल की जेब में दिल्ली का रेल टिकट भी रख दिया. आखिर साहिल दिल्ली क्यों जायेगा?
इस मामले में उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और अपराधियों को सजा मिले.
डीआइजी ने कोटा एसपी से की थी बात
साहिल के लापता होने के मामले में कोटा पुलिस के ढुलमूल रवैये को लेकर परिजनों ने सांसद शाहनवाज हुसैन, कोटा के विधायक व भागलपुर के डीआइजी संजय सिंह से मदद मांगी थी. डीआइजी ने तुरंत कोटा एसपी से बात की थी और मामले में कार्रवाई का अनुरोध किया था. डीआइजी के बात करने के बाद कोटा पुलिस हरकत में आयी और साहिल के कमरे, हॉस्टल की तलाश ली. उसके दोस्त व उनके परिजनों से पूछताछ भी की थी.