भागलपुर: राष्ट्रीय आविष्कार अभियान का एक्शन प्लान यूजीसी ने सभी यूनिवर्सिटी से जल्द मांगा है. हालांकि अब तक इस प्लान का नाम बदलकर एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रीय आविष्कार अभियान रखा है, लेकिन इस अभियान का असर बिहार के किसी भी यूनिवर्सिटी से नहीं है.
यूनिवर्सिटी की सुस्ती को देखते हुए यूजीसी ने देश के सभी यूनिवर्सिटी को पत्र जारी कर इस अभियान का एक्शन प्लान जल्द भेजने को कहा है. एक्शन प्लान यूजीसी के जारी किये गये इमेल आइडी पर भेजना है. यूजीसी ने कहा है कि छात्रों में साइंस व मैथ के लिए उत्सुकता, सृजनता व प्रेम की भावना बढ़ाने के लिए यह अभियान लाया गया है.
यूजीसी ने कहा है कि सभी यूनिवर्सिटी में जो एक्शन डिपार्टमेंट स्तर पर तैयार किये गये हैं, इसकी प्रोग्रेस रिपोर्ट और जो पहले तय हुई है, इसकी एक्शन रिपोर्ट भी मांगी है. यूजीसी एक्शन प्लान के अनुसार ही आगे की तैयारी करेगा. क्योंकि सरकारी स्कूलों के बच्चों को प्रोत्साहित करने का काम यूनिवर्सिटी के साथ अन्य संस्थान को मिला है.
अभियान की शुरुआत डाॅ कलाम ने की थी
अभियान की शुरुआत इस वर्ष नौ जुलाई को पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने की थी. इसका मकसद छात्रों को क्लास से बाहर साइंस सीखने के लिए प्रोत्साहित करना है, ताकि छात्रों में वैज्ञानिक बनने की भावना पैदा हो. छात्रों को प्रेरित करने के लिए एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रीय आविष्कार अभियान का दूसरा चरण वर्ष 2016 में शुरू होगा. इसमें पूर्वोत्तर राज्यों के सभी जिलों में मॉडल विज्ञान प्रयोगशालाएं खोली जायेंगी. इसके तहत सरकारी स्कूलों को आइआइटी, आइआइएम, आइआइएसइआर और अन्य केंद्रीय यूनिवर्सिटी और अन्य प्रख्यात संगठनों द्वारा नवाचार कार्यक्रमों, छात्रों के आदान-प्रदान, प्रदर्शनी, छात्रों का भ्रमण आदि कार्यक्रम होंगे.