भागलपुर: हजरत इब्राहिम अलैह सलाम की यादगार में मनाये जाने वाले ईद-उल-अजहा (बकरीद) की तैयारी पूरी कर ली गयी है. ईदगाह व मसजिदों के आसपास के क्षेत्रों की साफ -सफाई का काम पूरा हो गया है. बुधवार को दी जानेवाली कुरबानी के लिए मंगलवार को लोगों ने जम कर तातारपुर चौक पर बकरा बाजार से खरीदारी की. बकरीद को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं.
अल्लाह के हुक्म को मानें
बरहपुरा जामा मसजिद के नायब-ए- इमाम हाफिज अनस बीन-मल्लिक उर्फ मिंटू ने कहा कि कुरबानी हजरत इब्राहिम अलैह सलाम व हजरत पैगंबर साहब की सुन्नत है. हजरत ने अल्लाह के हुक्म को मानते हुए अपने इकलौते बेटे की कुरबानी के लिए तैयार हुए. अल्लाह की बंदगी को माना, लेकिन आज कुरबानी का मतलब सिर्फ जानवरों की नुमाइश करना माना जाने लगा है. कुरबानी तो तक्बा व खुलूश से होता है.
बिके 50 लाख के बकरे
बकरीद को लेकर पिछले एक सप्ताह से तातारपुर चौक, हुसैनाबाद, बलुआचक, चंपानगर चौक, शाहजंगी मेला मैदान, लोदीपुर मैदान, भीखनपुर, तेतरी, प्यालापुर आदि बकरा बाजार में भीड़ रही. मंगलवार को अंतिम दिन तातारपुर चौक पर लगे बकरा बाजार में लोगों ने कुरबानी के लिए बकरा की जम कर खरीदारी की. बाजार में टैगर व सलमान नामक दो बकरा लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा. टैगर की कीमत 35 हजार रुपये व सलमान की कीमत 60 हजार रुपये थे. नौजवान अंजुमन कमेटी के सचिव मो शहजादा खान ने बताया कि तातारपुर बकरा बाजार से एक सप्ताह के अंदर 20 लाख रुपये की बिक्री हुई. जिले के हुसैनाबाद, बलुआचक, चंपानगर चौक, शाहजंगी मेला मैदान, लोदीपुर मैदान, भीखनपुर, तेतरी, प्यालापुर बकरा बाजार से अनुमानित 30 लाख से ऊपर की बिक्री हुई है. इस बार लोगों की पहली पसंद वागरा नस्ल का बकरा था. छह हजार रुपये से लेकर 60 हजार रुपये तक के बकरे बाजार में आये थे. हुसैनपुर के निराला खान ने 45 हजार रुपये में बकरा खरीदा है.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
बकरीद को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. संवेदनशील व अति संवेदनशील इलाकों में दंडाधिकारी रैफ, बीएमपी के पुरुष व महिला जवानों की तैनाती की गयी है. एसएसपी राजेश कुमार ने बताया कि सिटी डीएसपी व विभिन्न थाना के थानाध्यक्षों को विशेष एहतियात बरतने व लोगों से शांति व सौहार्दपूर्ण तरीके से त्योहार मनाने की अपील की है.