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ठप हो जायेगी शहर की जलापूर्ति

और बढ़ा जलस्तर, तो बरारी वाटर वर्क्‍स का इंटक वेल समा जायेगा गंगा में भागलपुर : गंगा का जलस्तर अगर एक मीटर और बढ़ गया तो बरारी वाटर वर्क्‍स का वेट इंटकवेल व ड्राय इंटकवेल प्लांट गंगा में समा जायेगा. इससे शहर के आधे से भी अधिक हिस्से में जलापूर्ति ठप हो जायेगी. शुद्ध पेय […]

और बढ़ा जलस्तर, तो बरारी वाटर वर्क् का इंटक वेल समा जायेगा गंगा में

भागलपुर : गंगा का जलस्तर अगर एक मीटर और बढ़ गया तो बरारी वाटर वर्क् का वेट इंटकवेल ड्राय इंटकवेल प्लांट गंगा में समा जायेगा. इससे शहर के आधे से भी अधिक हिस्से में जलापूर्ति ठप हो जायेगी.

शुद्ध पेय जल के लिए हाहाकार मच जायेगा. इस आशंका को वाटर वर्क् के अधिकारी भी स्वीकार रहे हैं. चौबीसों घंटे स्थिति पर नजर रखी जा रही है.

अधिकारियों ने बताया कि गंगा की तेज धार दोनों प्लांट के अंदर की मिट्टी को काफी तेजी से काट रही है. हालांकि इंटक वेल को बचाने में वाटर वर्क् नगर निगम जुटा हुआ है. बता दें कि अंगरेजों ने इस इंटकवेल का निर्माण 1885 में कराया था. प्रत्येक दिन वाटर वर्क् से 38 लाख गैलन पानी की सप्लाइ की जाती है. जलकल अधीक्षक हरेराम चौधरी ने बताया पिछले 100 साल में कभी भी ऐसी स्थिति नहीं बनी. इंटकवेल पर इस तरह का खतरा कभी नहीं हुआ.

भागलपुर की गंगा का जलस्तर पिछले 24 घंटे में सात सेंटीमीटर बढ़ गया है. केंद्रीय जल आयोग ने रविवार शाम तक गंगा का जलस्तर 34.41 मीटर दर्ज किया है. इसके साथ ही गंगा खतरे के निशान से 73 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गयी है.

बाढ़ की भयावहता को देखते हुए रविवार को भी स्वास्थ्य विभाग के दफ्तर खुले रहे. डीएवी स्कूल को मंगलवार तक बंद कर दिया गया है. सड़क संपर्क भंग होने से रेलवे पर बढ़ रहे दबाव को देखते हुए मालदा डिविजन ने सोमवार से जमालपुर से साहेबगंज के बीच बाढ़ स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है. यह ट्रेन 7:45 बजे जमालपुर से खुलेगी और 12:15 बजे साहेबगंज पहुंचेगी.

तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय चारों ओर से पानी से घिर गया है. पेंशन विभाग पहले ही बंद किया जा चुका है. यहां की फाइलों को सुरक्षित स्थानों पर रखा गया है.

प्रखंडों में भी बाढ़ की स्थिति भयावह बनी हुई है. सुल्तानगंज प्रखंड के अकबरनगर स्थित श्रीरामपुर रिंग बांध रविवार देर शाम पानी के अत्यधिक दबाव के कारण टूट गया. इससे लोगों में अफरातफरी मच गयी. आसपास के ग्रामीणों को अकबरनगर रेलवे स्टेशन सहित अन्य ऊंचे स्थानों पर शरण लेना पड़ा.

जिले में और भी कई तटबंध टूटने के कगार पर हैं. सुल्तानगंज में बाढ़ के पानी में डूबने से एक बच्चे की मौत हो गयी. गनगनिया, कमरगंज,जहांगीरा, मसदी, तिलकपुर, महेशी, ईं चिचरौन, अकबरनगर, किसनुपर, खैरेहिया पंचायत के लोगों का भी जीना मुहाल हो गया है. घरों में एक से डेढ़ फीट पानी है. बेघर हो चुके लोगों को इधरउधर शरण लेना पड़ा है.

गोपालपुर प्रखंड की करारी तिनटंगा पंचायत के आक्रोशित बाढ़ पीड़ितों ने राहत वितरण के लिए आये पंचायत के मुखिया अखिलेश यादव एवं प्रमुख पति विजय मंडल को खदेड़ कर राहत सामग्री पर कब्जा कर लिया. इस दौरान दोनों के साथ धक्कामुक्की भी की गयी.

सैदपुरसुकटिया मार्ग पर कमर भर पानी का बह रहा है. सुकटिया बाजार, तिरासी, रतनगंज, उसरिया सहित दियारा क्षेत्र के कई गांवों का संपर्क प्रखंड मुख्यालय से भंग हो गया है.

नवगछिया में भी बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. हाइलेवल सुल्इस गेट के पास टूटे सुल्इस के पाये को मिट्टी और बालू भरे बोरे से भरा गया है लेकिन पानी का रिवास अभी भी जारी है. लत्तीपुर नारायणपुर एनएल बांध पर नरकटिया और रामनगर के पास स्थिति भयावह बनी हुई है. यहां पर गंगा का जल स्तर बांध के आस पास ही है. जिससे यहां पर बांध ध्वस्त होने की आशंका है. खरीक के लोदीपुर के पास बांध से विगत एक माह से रिसाव को बंद नहीं किया सका है.

गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि से बिहपुर के नरकटिया, रामनगर, नन्हकार, जमीनदारी गंगा तटबंध पर पानी का दबाव लगातार बना हुआ है. कहलगांव में भी गंगा के जलस्तर में वृद्धि जारी है. रविवार शाम छह बजे यहां गंगा का जलस्तर 32.35 मीटर था, जो खतरे के निशान 31.09 मीटर से 1.26 मीटर ऊपर था. जलस्तर अभी और बढ़ने की संभावना है.

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