कंङिाया के उमेश मंडल ने बताया कि चार-पांच दिन से पशु चिकित्सा केंद्र का चक्कर काट रहे हैं. गाय का इलाज कराने के लिए जब आते हैं, कार्यालय बंद मिलता है. कभी-कभार खुला मिलता है, तो कर्मचारी डांट-डपट कर भगा देते हैं.
इनके साथ आये कुछ अन्य लोगों ने भी कार्यालय के अक्सर बंद रहने की शिकायत की. इस संबंध में जब प्रभारी डॉ राकेश कुमार से बात की गयी, तो उन्होंने छुट्टी पर होने की बात कही. पशु चिकित्सा केंद्र के बंद रहने के संबंध में कुछ भी बताने से इनकार किया. बीएचओ डॉ राजीव ने बताया कि डॉ राकेश के छुट्टी पर जाने के बाद अन्य कर्मी सुपरवाइजर को होना चाहिए था.