गंगा नदी किनारे मिली अज्ञात लाश बांका के रोहित की
भागलपुर : बरारी थानाक्षेत्र के गोढ़ी टोला स्थित गंगा नदी के किनारे मंगलवार को मिली युवक की लाश बांका जिले के सिमरा कोला के इंटर के छात्र रोहित की निकली. बुधवार को अपने बेटे का शिनाख्त करने पहुंचे रोहित के पिता ने कहा कि गोतिया से था जमीन विवाद, चारों गोतिया ने मिलकर बेटे को मार डाला. मृतक के पिता अरुण यादव ने बताया कि रोहित इस बार इंटर की परीक्षा दे रहा था. वह नौ फरवरी से लापता था. बुधवार को समाचार पत्रों में छात्र के बारे में खबर छपने पर वह पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे.
चेहरा ठीक से पहचान में नहीं आया, लेकिन वह कपड़े से रोहित के होने की आशंका जाहिर कर रहे थे. वह अपने साथ अपने बेटे रोहित के मोबाइल का डिब्बा लेकर आये थे. लाश के पास मिले मोबाइल व डिब्बे पर लिखे मोबाइल के आइइएमआइ से मिलान कराया गया, तो कन्फर्म हो गया कि लाश उनके बेटे राेहित की ही है.
10 फरवरी की परीक्षा में नहीं पहुंचा, तो पिता ने दर्ज करायी गुमशुदगी की रिपोर्ट. बकौल अरुण यादव, रोहित इस बार इंटर साइंस की परीक्षा दे रहा था. समुखिया मोड़ सर्वोदय नगर में उसका परीक्षा सेंटर पड़ा, तो उसने सेंटर के पास ही किराये पर मकान ले लिया था. उसके साथ गांव के मिथुन और निकेश भी परीक्षा दे रहे थे. नौ फरवरी को निकेश की परीक्षा थी, रोहित और मिथुन रूम पर ही थे. रोहित सुबह 11 बजे कमरे से बाहर निकला. उसके बाद वह वापस नहीं लौटा. अगले दिन जब रोहित परीक्षा केंद्र पर नहीं पहुंचा, तो मिथुन ने अरुण यादव को कॉल कर बताया. उन्होंने बांका थाने में रोहित के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी, जो बाद में अपहरण के मामले में तब्दील हो गयी.
ट्यूशन पढ़ा खुद पढ़ाई करता था रोहित . इंटर का छात्र रोहित अपने घर पर ट्यूशन पढ़ाया करता था. पिता ने बताया कि ट्यूशन पढ़ा कर कुछ पैसे कमाता था जिससे वह अपनी पढ़ाई करता था. अरुण ने बताया कि रोहित सेकेंड डिवीजन से मैट्रिक पास किया था. वह पढ़ाई को लेकर कभी डिप्रेशन में नहीं रहा.
पिता बोले, पहले सिर में मार मेरे पिता को बना दिया दिमागी बीमार
रोहित के पिता अरुण ने बताया कि उसका जमीन को लेकर गोतिया दिनेश यादव, महेश यादव, अनिरुद्ध यादव और ओंकार यादव से पुराना विवाद है. कई बार इसको लेकर मारपीट भी हो चुकी है. उन्होंने बताया कि इन लोगों ने पहले भी मारपीट के दौरान उनके पिता के सिर में मारा था, जिससे आजतक उसके पिता की दिमागी हालत बिगड़ी है. अरुण का यह भी कहना है कि कुछ दिन पहले उन लोगों ने गालीगलौज किया था और परिवार उजाड़ देने की धमकी दी थी.
सीडीआर खोलेगा हत्या का राज
रोहित की हत्या करनेवालों ने मोबाइल तो उसके पास छोड़ दिया पर सिम निकाल लिया था. रोहित के परिजनों ने पुलिस को उसका मोबाइल नंबर बता दिया है. अब पुलिस रोहित के मोबाइल नंबर का सीडीआर के जरिये उसके हत्या के राज को पर्दाफाश करने का प्रयास करेगी. इसके जरिये पुलिस को यह पता करना आसान हो जायेगा कि उसने आखिरी वक्त में किससे-किससे बात की थी. बस यही कड़ी हत्यारों व हत्या के मास्टर माइंंड तक पुलिस को ले जा सकती है.