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टीएमबीयू: तीन हजार छात्रों के भविष्य पर संकट, दूसरी तरफ काउंसेलिंग जारी, 15 बीएड कॉलेज का एफलियेशन रुका
भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय से दो सत्र के लिए जिले के 15 बीएड कॉलेजों को एफलियेशन नहीं मिल पाया है. सत्र 2016-18 व 2017-19 के अंतर्गत तीन हजार छात्रों के भविष्य पर संकट है. वर्तमान नये सत्र के लिए 1500 सीट पर नामांकन के लिए मारवाड़ी कॉलेज में काउंसेलिंग की प्रक्रिया चल रही है. वहीं, […]
भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय से दो सत्र के लिए जिले के 15 बीएड कॉलेजों को एफलियेशन नहीं मिल पाया है. सत्र 2016-18 व 2017-19 के अंतर्गत तीन हजार छात्रों के भविष्य पर संकट है. वर्तमान नये सत्र के लिए 1500 सीट पर नामांकन के लिए मारवाड़ी कॉलेज में काउंसेलिंग की प्रक्रिया चल रही है. वहीं, दूसरी ओर सत्र 2016-18 के लिए प्रथम वर्ष की परीक्षा होनेवाली है. यदि विवि से कॉलेजों को एफलियेशन जल्द नहीं मिलता है तो तीन हजार छात्र बीएड की पढ़ाई से वंचित हो सकते हैं. इसे लेकर विवि का कहना है कि जल्द ही सिंडिकेट की बैठक बुलायी जायेगी. माननीय सदस्यों से अनुरोध कर एफलियेशन को मंजूरी देने के लिए कहा जायेगा. मामला प्रकाश में आने के बाद बीएड छात्र असमंजस की स्थिति में हैं.
क्या है मामला: डेढ़ साल पहले पूर्व कुलपति प्रो रमा शंकर दुबे के कार्यकाल में एफलियेशन के लिए पांच सदस्य जांच कमेटी बनायी गयी थी. इसमें प्रतिकुलपति, सिंडिकेट सदस्य शैलेश सिंह, मनोज यादव, गुरुदेव पोद्दार व कॉलेज इंस्पेक्टर मनिंद्रर सिंह को टीम में रखा गया था. विवि सूत्रों के अनुसार इन डेढ़ साल में बीएड कॉलेज की जांच के लिए कमेटी ने एक बार भी बैठक नहीं की. जांच को लेकर कोई रूपरेखा तैयार नहीं की. इस सिंडिकेट की कई बैठकें हुई. इसमें जांच को लेकर कोई चर्चा कमेटी में शामिल सदस्य ने नहीं की. शनिवार को हुए सिंडिकेट की बैठक में सदस्यों ने कहा कि पहले बीएड कॉलेजों की जांच होगी. फिर सिंडिकेट से एफलियेशन की मंजूरी दी जायेगी.
10 से कक्षा होनी थी शुरू: एनसीटीइ ने नये सत्र के अंतर्गत 10 जुलाई से हर हाल में कक्षा में पढ़ाई शुरू करने का निर्देश दिया था. जून तक नामांकन से जुड़े सारी प्रक्रिया पूरा करने का निर्देश भी दिया था. लेकिन विवि में अभी नामांकन को लेकर काउंसेलिंग की ही प्रक्रिया की जा रही है. इससे भी परेशानी हो सकती है.
वीसी अपनी बात रखें, सिंडिकेट की बैठक में विचार होगा
सिंडिकेट सदस्य डॉ संजीव कुमार सिंह ने कहा कि छात्रों के हित के लिए ही सिंडिकेट है. छात्रों का ही विवि है. बीएड एफलियेशन को लेकर उनका विरोध नहीं है. लेकिन सारा कुछ नियम के तहत ही होना चाहिए. एफलियेशन को लेकर कुलपति सिंडिकेट की बैठक में अपनी बात रखे. सदस्य विचार करेंगे. उन्होंने कहा कि शिक्षक प्रोन्नति के खिलाफ भी नहीं हैं. लेकिन नियमानुसार ही प्रोन्नति काम होना चाहिए. प्रोन्नति से जुड़ी फाइल में कई कमी है. उसे पूरा करके ही पटल पर रखना चाहिए था. अगली बैठक में शिक्षक प्रोन्नति मामला का निष्पादन किया जायेगा. विवि यदि विशेष परीक्षा आयोजित करता है तो नियमानुसार राजभवन से अनुमति लेना अनिवार्य है. विवि नियम व कानून पर ही चलता है. वीसी को इन चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है.
सिंडिकेट सदस्यों से अनुरोध किया जायेगा
विवि के कुलपति प्रो नलिनीकांत झा ने कहा कि बीएड कॉलेजों को एफलियेशन देने के लिए सिंडिकेट सदस्यों से अनुरोध किया जायेगा. जल्द ही सिंडिकेट की बैठक बुलायी जायेगी. सदस्यों से अपील करेंगे कि बीएड कॉलेज की जांच जारी रखे. लेकिन औपबंधिक ही सही एफलियेशन को मंजूरी दें ताकि छात्रों को परेशानी नहीं हो. उन्होंने बताया कि सदस्यों से इस मामले को लेकर जल्द ही बात करेंगे.
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