जीएमसीएच से बरवत सेना तक सड़क चौड़ीकरण के जद में आयेंगे सैकड़ों मकान व दुकान

शहर की लाइफ लाइन गर्वनमेंट मेडिकल कॉलेज से बरवत तक बननेवाली फोर लेन सड़क निर्माण की प्रक्रिया आंरभ होने से इसकी जद में आनेवाले कई लोगो के चेहरे उतरने लगे हैं.

By SATISH KUMAR | April 5, 2025 8:50 PM

बेतिया. शहर की लाइफ लाइन गर्वनमेंट मेडिकल कॉलेज से बरवत तक बननेवाली फोर लेन सड़क निर्माण की प्रक्रिया आंरभ होने से इसकी जद में आनेवाले कई लोगो के चेहरे उतरने लगे हैं. जानकारी के अनुसार 6.75 किमी लंबी इस सड़क के निर्माण की प्रक्रिया अब आंरभ कर दी गयी है. इसकी घोषणा अभी हाल हीं में प.चंपारण से प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की थी. हालांकि इस सड़क निर्माण की कवायद विगत छह वर्षो से चल रही थी, लेकिन इसे मूर्त रुप नहीं दिया जा सका था. लेकिन प्रगति यात्रा में मुख्यमंत्री के घोषणा के बाद इसके निर्माण की स्वीकृति कैबिनेट ने दे दी. अब केंद्र सरकार ने भी इस सड़क के निर्माण पर अपनी मुहर लगा दी है. इस फोर लेन की संरचना को लेकर कई प्रकार की दुविधा भी उत्पन्न की गयी थी. लेकिन अब विभाग की ओर से इसके निर्माण की निविदा भी जारी कर दी गयी है. पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता की मानें तो यह सड़क पथरी घाट से आरंभ होकर शीतला माता मंदिर होते हुए स्टेडियम रोड में होकर आलोक भारती चौक आयेगा. उसके बाद यह सड़क शहीद चौक कविवर नेपाली पथ होते हुए पावर हाउस सागर पोखरा के सामने से बरवत सेना तक जायेगा. इस सड़क के संरचना के निर्माण के लिए 91 करोड़ का प्राक्कलन तैयार कर सरकार को भेजा गया था, लेकिन जानकारी के अनुसार फिलहाल इस सड़क के निर्माण के लिए राशि में कटौती की गयी है. अब इस सड़क के निर्माण की प्रक्रिया आरंभ किये जाने के बाद सड़क किनारे बसे लोगो के चेहरे उड़ने लगे है. आवासीय भवन से लेकर व्यवसायिक मकान तक इसके जद में आने की संभावना है. कारण यह कि चौड़ीकरण के दौरान सड़क के दोनों किनारे कई मकान आयेंगे और सड़क के चौड़ीकरण में आड़े आने वाले कई दुकान व भवनों को हटाया जाएगा. ऐसे संरचनाओं का निर्माण अवैध तरीके से सड़क की जमीन पर किया गया है. निर्माण एजेंसी पथ निर्माण विभाग ऐसी संरचनाओं को चिह्नित कर उसे हटाएगा. हाल में 6.75 किलोमीटर इस सड़क के चौड़ीकरण में जो राशि स्वीकृत की गई है, उसमें सड़क चौड़ीकरण को मुख्य रूप से फोकस किया गया है. सड़क निर्माण में 78.99 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसमें बीच के डिवाइडर के दोनों ओर क्रमशः 7.5 मीटर सड़क का निर्माण कराया जाना है. पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता वीरेंद्र कुमार चौधरी के अनुसार सड़क का निर्माण एक वर्ष में पूरा किया जाएगा. इसके लिए निविदा की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. सबसे पहले 91 करोड़ का डीपीआर बनाकर भेजा गया था. फिर उसमें बदलाव कर 87 करोड़ डीपीआर तैयार कर स्वीकृति के लिए भेजा गया था. पिछले वर्ष 23 दिसंबर को सीएम ने अपनी प्रगति यात्रा के दौरान इस सड़क के निर्माण के लिए 73 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी थी.

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