नये साल पर लौरिया में दिखेगा उत्साह व ऐतिहासिक विरासत का अनूठा संगम

नववर्ष की पहली सुबह यानी 1 जनवरी 2026 को लौरिया स्थित ऐतिहासिक नंदनगढ़ पर्यटक स्थल एक बार फिर सैलानियों से गुलजार रहने की उम्मीद है.

By RANJEET THAKUR | December 29, 2025 9:58 PM

लौरिया . नववर्ष की पहली सुबह यानी 1 जनवरी 2026 को लौरिया स्थित ऐतिहासिक नंदनगढ़ पर्यटक स्थल एक बार फिर सैलानियों से गुलजार रहने की उम्मीद है. हर साल की तरह इस वर्ष भी नए साल का जश्न मनाने के लिए हजारों की संख्या में पर्यटक और स्थानीय परिवार नंदनगढ़ पहुंचते हैं, जिससे यह ऐतिहासिक स्थल पिकनिक और उत्साह का केंद्र बन जाता है.

स्थानीय लोगों के अनुसार, नए साल के दिन सुबह से ही नंदनगढ़ में पर्यटकों का तांता लग जाता है. दूर-दराज के क्षेत्रों से लोग अपने परिवार और मित्रों के साथ यहां पिकनिक मनाने, घूमने और ऐतिहासिक धरोहरों को नजदीक से देखने आते हैं. बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक के लिए यह स्थल आकर्षण का केंद्र बना रहता है. नंदनगढ़ अपनी ऐतिहासिक पहचान के लिए प्रसिद्ध है. यहां स्थित अशोक स्तंभ और विशाल बौद्ध स्तूप न केवल जिले बल्कि पूरे क्षेत्र में ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व रखते हैं. इन्हीं धरोहरों के कारण यह स्थान श्रद्धालुओं और इतिहास प्रेमियों के लिए भी खास माना जाता है. नए साल के अवसर पर जब हजारों लोग यहां एकत्र होते हैं, तो पूरा इलाका मेले जैसा दृश्य प्रस्तुत करता है. पर्यटकों की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन भी पूरी तरह सतर्क रहता है. 1 जनवरी को सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए जाते हैं. लौरिया थानाध्यक्ष रमेश कुमार शर्मा ने बताया कि पर्यटकों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिला से अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाएगी, वही मनचलों पर पुलिस विशेष ध्यान रखा जायेगा. ताकि पर्यटकों को असुविधा न हो सके. वही यातायात व्यवस्था और निगरानी की विशेष व्यवस्था की जाती है. कुल मिलाकर, नए साल की पहली तारीख को नंदनगढ़ लौरिया में उमंग, उत्साह और ऐतिहासिक विरासत का अनूठा संगम देखने को मिलेगा.

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