अहंकार मानव जीवन का सबसे बड़ा शत्रु

मटिहानी के चकौर में चल रहा है शिवपुराण कथा ... बेगूसराय(नगर) : राजा दक्ष के घर जन्मी सती अहंकार कारण शिव पत्नी बन करके भी शिव तत्व से विलग हो गयी.क्योंकि अहंकार जीवन का सबसे बड़ा शत्रु है.जो हमें परमात्मा शिव से विलग कर देता है.यही सती मृत्यु के समय पापों का प्रायाश्चित कर भगवान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 23, 2016 12:37 AM

मटिहानी के चकौर में चल रहा है शिवपुराण कथा

बेगूसराय(नगर) : राजा दक्ष के घर जन्मी सती अहंकार कारण शिव पत्नी बन करके भी शिव तत्व से विलग हो गयी.क्योंकि अहंकार जीवन का सबसे बड़ा शत्रु है.जो हमें परमात्मा शिव से विलग कर देता है.यही सती मृत्यु के समय पापों का प्रायाश्चित कर भगवान से एक बार पुन: मुझे मनुष्य बनाएं, दोबारा मैं अपराध नहीं करूंगी .
तब वही सती गंगा मां बन कर हिमालय वेरी बनकर आयी. उक्त बातें मटिहानी प्रखंड के चकौर गांव में आयोजित शिवपुराण कथा में संत दुर्गेशाचार्य ने कही. उन्होंने कहा कि शिव ने सती को मृत्योपरांत सिर पर धारण किया. इसलिए सती गंगा बनकर शिव के जटा सर में समां गयी. फिर पूर्ण अंश से पार्वती बनकर पूर्ण तप से पाप ताप अहंकार को मिटा शिव ब्रह्म में तदाकार हो गयीं. इस मानव जीवन को सफल बनाने के लिए हम सब अपने बालक -बालिकाओं को सदा संस्कार देकर शिवभक्ति से उनके भव रोग मिटायें एवं जीवन को सफल बनाएं .