तेघड़ा : क्षेत्र की कई सड़कें अब भी विद्यालय व सांसद की निष्क्रयता से अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही हैं, जिसका दंश आम जनता को झेलना पड़ता है. यह हाल है बरौनी डेयरी रोड से धनकौल, कटहरिया पासोपुर से दामोदरपुर तक की सड़कों का, जो वर्षों से जर्जर है. हल्की बारिश होने पर घर से निकलना दूभर हो जाता है. जबकि सड़क के किनारे हजारों दलित, महादलित सहित अन्य जाति के लोग गुजर-बसर करते हैं.
यहां बसने वाले लोगों के आवागमन के लिए मुख्य रास्ता है. यात्री साहेब शर्मा, रामानुज पोद्दार, भवनेश्वर चौधरी, सुधीर चौधरी, फुलेना यादव आदि ने कहा कि कई बार प्रशासनिक अधिकारी सहित स्थानीय विधायक व सांसद से गुहार भी लगायी, लेकिन इस सड़क की बदहाली पर उनको तरस नहीं आया, जिससे आमजनों में काफी आक्रोश है.
क्या कहती है जनता
विभागीय अधिकारियों की अनदेखी एवं राजनेताओं की उपेक्षा के कारण यह सड़क वर्षों से बदहाली पर आंसू बहाने को विवश है. इससे क्षेत्र के लाखों की आबादी प्रभावित हो रही है.
रामप्रकाश पासवान
बेगूसराय : जब-जब विधानसभा या लोकसभा चुनाव का समय आता है, तब-तब नेता इस सड़क को शीघ्र बनाने का वादा करते हैं, लेकिन जीतने के बाद नेताजी गायब हो जाते हैं और सड़क जर्जर ही रह जाती है. जो चिंतनीय बात है.
अजय टाइगर, पूर्व मुखिया, राजोपुर, डंडारी
क्षेत्रवासियों के लिए लाइफ लाइन माने जाने वाली इस सड़क के निर्माण कार्य को लेकर सांसद का ध्यान आकृष्ट कराया गया है. यदि इससे भी इस ज्वलंत समस्या का निदान नहीं हुआ तो जनता के साथ चरणबद्ध आंदोलन करेंगे.
निर्मला देवी, मुखिया, चांदपुरा, बेगूसराय
इस सड़क से प्रत्येक दिन स्कूल जाते हैं. जर्जर रहने से काफी फजीहत झेलनी पड़ती है. बारिश होने पर गड्डे में पानी जमा हो जाता है. कई दफा तो मोटरसाइकिल रहते हुए भी पैदल आने-जाने को विवश होना पड़ता है.
राजीव रंजन सिंह, शिक्षक, कन्या
मध्य विद्यालय, अझौर, बेगूसराय
क्या कहती हैं विधायक
विधानसभा क्षेत्र की सभी जर्जर सड़कों व पुलियों को शीघ्र बनाने की दिशा में पहल की जा रही है. इसी कड़ी में रजौड़ा-चांदपुरा सड़क का भी कालीकरण शीघ्र होगा. इसके लिए बीस सूत्री समिति की बैठक में भी मुद्दा उछाला गया था. कुछ दिन जनता को और धैर्य रखने की जरूरत है.
अमिता भूषण, नगर विधायक, बेगूसराय