बेगूसराय (नगर) : छपरा में मिड डे मील खाने के बाद बच्चों की मौत के विरेध में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने मुंह पर काली पट्टी लगा कर मौन जुलूस निकाला. जुलूस जीडी कॉलेज से निकल कर शहर का भ्रमण करते हुए समाहरणालय चौक पहुंच कर समाप्त हुआ.
संगठन के जिलाध्यक्ष निशांत कुमार ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा चलायी जानेवाली मिड डे मील योजना लोगों के लिए गले की फांस बन गयी है. इस योजना में चारों तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला है. कोई इस योजना को देखनेवाला नहीं है. नतीजा है कि आये दिन इस तरह की घटना घटती रहती है. छपरा की घटना ने तो राज्य सरकार की पोल खोल दी है.
छात्रों ने इस योजना में सुधार की मांग की, अन्यथा सरकार के खिलाफ जोरदार आंदोलन चलाने का एलान किया. मौके पर पूर्व अध्यक्ष बिक्रम कुमार, अंशु माली, टिंकू कुमार, शैदुल इस्लाम, छोटू कुमार, निराला कुमार, मनीष कुमार, राहुल कुमार, अमरेश कुमार, रौशन कुमार, संतोष कुमार समेत अन्य छात्र उपस्थित थे.
तेघड़ा संवाददाता के अनुसार, छपरा के मशरख प्रखंड के एक विद्यालय में मध्याह्न् भोजन खाने से बच्चों की मौत के बाद प्रखंड के विद्यालयों में भी हड़कंप मच गया है. बुधवार को कई विद्यालयों में रसोइये साफ–सफाई करते दिखे. प्रधान स्वयं चावल व दाल को फटकवा रहे थे. प्रधानों ने बताया कि मध्याह्न् भोजन जी का जंजाल बन गया है.
हम उसना चावल की मांग करते हैं, लेकिन अरबा चावल भेज दिया जाता है. इस कारण जब–तब कीड़े की शिकायत मिलती रहती है. कपड़ों से चावल को ढंकना पड़ता है, लेकिन विभाग इसके लिए पैसे नहीं देता है. बीआरसी से पुस्तकें मंगाने में भी जेब से काफी पैसा खर्च हो जाता है. आखिर इसकी भरपाई कहां से करें. किरतौल, मध्य विद्यालय आलापुर समेत अधिकतर विद्यालयों में शोकसभा कर दिवंगत छात्र–छात्राओं को श्रद्घांजलि दी गयी.