बौंसी (बांका): फौजी की विधवा से दो लाख रुपये रिश्वत मांगे जाने के मामले में राजस्व कर्मी फिरोज आलम को निलंबित कर दिया गया है. वहीं उनका तबादला बेलहर कर दिया गया है. डीएम अंशुल कुमार के निर्देश पर यह कार्रवाई की गयी है. बांका समाहरणालय की राजस्व शाखा से इस आशय का पत्र जारी किया गया है.
क्या है मामला ?
राजस्व शाखा की ओर से जारी पत्र में बताया गया है कि अमरपुर के डुमरामा निवासी फौजी स्व श्यामसुंदर भगत की विधवा रुकमणी देवी से दाखिल खारिज की स्वीकृति के लिए राजस्व कर्मचारी ने डरा धमकाकर दो लाख रुपये रिश्वत लिये. कुछ पैसे नकद व कुछ चेक के माध्यम से लिया गया है. इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था. एसडीओ व डीसीएलआर ने वायरल वीडियो की जांच की. इसमें मामला सही पाया गया. इसके बाद सरकारी सेवक नियमावली 2005 के तहत राजस्व कर्मी को निलंबित करने के साथ उनका तबादला किया गया. साथ ही कर्मचारी के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई के लिए आरोप पत्र गठित करने का निर्देश दिया गया है.
जांच के बाद की गयी कार्रवाई
वायरल वीडियो में सीओ के विरुद्ध लगाये गये कदाचार के आरोप की भी जांच करने का निर्देश दिया गया है. मामले में एडीएम माधव कुमार सिंह ने बताया कि वायरल वीडियो के आधार पर राजस्व कर्मी मो आलम को निलंबित कर दिया गया है. इस मामले में डीएम ने डीसीएलआर व एसडीओ को जांच का निर्देश दिया था. जांच के बाद कार्रवाई की गयी.