सात दिनों के अंदर उदभेदन नहीं होने पर होगी कार्रवाई : डीआईजी
पांच सदस्यीय गठित टीम के द्वारा की जा रही है बैंक लूट की जांच
अब तक तीन लोगों को शक के आधार पर किया गया है गिरफ्तार
बांका : कटेली मोड़ स्थित केनरा बैंक में मंगलवार को चार अपराधियों के द्वारा लूट की घटना को अंजाम दिया गया था. जिसमें 3.51 लाख रुपये की लूट अपराधियों के द्वारा की गयी थी. लेकिन 36 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस लूटेरों को खोजने में नाकाम है. हालांकि शक के आधार पर मंगलवार को ही दो व्यक्तियों को पकड़ कर लाया गया है जिससे पूछताछ की जा रही है. साथ ही सीसीटीवी फुटेज को भी उसके एक्सपर्ट के द्वारा खंगाला जा रहा है. बुधवार को भी बांका पुलिस के द्वारा एक व्यक्ति को शक के आधार पर पकड़ा गया है. जिससे पूछताछ की जा रही है.
साथ ही पकड़े गये तीनों व्यक्तियों के चेहरे का मिलान सीसीटीवी फुटेज से की जा रही है. बैंक लूटकांड के उदभेदन के लिए मंगलवार को भागलपुर प्रक्षेत्र के डीआईजी वरूण कुमार सिन्हा ने एक जांच टीम का गठन किया. पांच सदस्यीय जांच टीम के नेतृत्व की जिम्मेदारी एसडीपीओ शशिशंकर को दी गयी. वहीं डीआईजी ने निर्देश दिया कि हर हाल में सात दिनों के अंदर बैंक लूटकांड का उदभेदन करें नहीं तो इसके लिए दोषियों को बख्सा नहीं जायेगा. मालूम हो कि बैंक के सुरक्षा की जिम्मेवारी मात्र एक चौकीदार को दी गयी थी. जिसका कि एक हाथ पहले से टूटा हुआ था.
ऐसे में कैसे होगी बैंक की सुरक्षा जब बैंक में लूट हो रही थी तो चौकीदार पेशाब करने के लिए बैंक के बगल स्थित खेत में गया हुआ था. हालांकि बैंक लूट कर भाग रहे अपराधियों को स्थानीय दुकानदार सह बैंक का मकान मालिक रघुनंदन चौधरी ने साहस दिखाते हुए दो अपराधियों को पकड़ लिया था लेकिन अपराधी के द्वारा उन्हें पिस्तौल के बट से मारकर घायल कर वो भागने में सफल रहे. यदि कुछ और व्यक्ति उनके जैसे ही साहस दिखाता तो अपराधी को धटना स्थल पर ही पकड़ लिया जाता.
बोले एसपी: बैंक लूटकांड में एसपी राजीव रंजन ने बुधवार को बताया कि लूटकांड से संबंधित कुछ सबूत मिले हैं. जांच टीम इसकी जांच कर रही है. जल्द ही मामले का उद्भेदन हो जायेगा.