मुजफ्फरपुर. जिले के आयुष्मान भारत योजना के लाभुक अब कोविड का इलाज निजी अस्पताल से करा सकते हैं. इसके लिए राज्य सरकार ने अनुमति दे दी है. सूबे के सभी सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया है कि वे अपने जिलों में आयुष्मान भारत योजना के तहत टैग अस्पताल को कोविड के इलाज करने की अनुमति दें. उन्हें बिना शर्त इलाज करना है, जो नि:शुल्क होगा.
आयुष्मान भारत के तहत कोरोना का इलाज निजी अस्पतालों में पैकेज के आधार पर होगा. पीपीई किट और मास्क का खर्च भी योजना में शामिल किया गया है.
मुजफ्फरपुर जिले में हर घर में जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम कोरोना पॉजिटिव मरीज की तलाश करेगी. यह अभियान 15 सिंतबर से चलाया जायेगा. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. एक टीम में चार लोग रहेंगे. इनमें आशा, एएनएम और पारा मेडिकल स्टॉफ रहेंगे. इन सभी की मॉनीटरिंग पीएचसी प्रभारी करेंगे. सिविल सर्जन शैलेश प्रसाद सिंह ने जिले के सभी पीएचसी प्रभारी को दिशा-निर्देश दिये हैं.
प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने सिविल सर्जन को कहा है कि अभी त्योहार आने वाले हैं. ऐसे में अगर बीमारी पर अंकुश नहीं लगाया गया तो जिले में इनकी संख्या बढ़ सकती है. अगर किसी एक घर से दो व्यक्ति पॉजिटिव मिलते हैं तो उसे घर को ही कंटनमेंट जोन बना दें.
सिविल सर्जन शैलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि सभी पीएचसी प्रभारी को टीम बना अपने क्षेत्र में सर्वे कराने को कहा गया है. सर्वे के दौरान अगर कोई बीमार मिलते हैं तो सैंपल लेने वाली टीम उसका सैंपल लेकर जांच करेगी. दुर्गा पुजा से पहले सर्वे का कार्य खत्म करना हैं.
posted by ashish jha