औरंगाबाद कार्यालय : औरंगाबाद में वोटर आइडी कार्ड के फर्जीवाड़ा का खुलासा पुलिस ने किया है. मतदान के क्रम में रिसियप थाना क्षेत्र के अमौना गांव के रणवीर कुमार के पास से 19 फर्जी वोटर आइडी बरामद किया है. इसे हिरासत में लेकर रिसियप थाने में पूछताछ की गयी है. एसपी बाबू राम ने बताया कि एक व्यक्ति के पास 19 लोगों का वोटर आइडी होना एक गंभीर मामला था. इसकी जांच अमौना गांव में जाकर की गयी. अमौना गांव के लोगों का कहना है कि जिन लोगों का नाम से यह वोटर आइडी है वे सभी लोग दो-तीन पीढ़ी पहले झारखंड चले गये हैं.
एसपी ने कहा कि जब दो-तीन पीढ़ी पहले ये लोग झारखंड चले गये हैं तो वोटर आइडी यहां इनका कैसे बना और ये लोग क्या यहां वोट करने के लिये आते हैं. जब इसकी जांच की गयी तो स्पष्ट हुआ कि यह वोटर आइडी पूर्णरूप से बाबू अमौना के मुखिया कृष्णा दूबे के द्वारा चुनाव में लाभ उठाने के उद्देश्य से बनवाया गया है, जिसमें 80 साल के वृद्ध का नाम है और तसवीर जो लगे है वह भी धुंधले है. यानी की वोटर आइडी किसी के नाम का और तसवीर किसी और का लगाया गया है. एसपी आगे कहा कि यह एक बड़ी जांच का विषय है.
क्योंकि वोटर आइडी जब बना है तो वोटर लिस्ट में नाम भी होगा और वोटर लिस्ट बनाने वाले भी इस फर्जीवाड़ा में शामिल हो सकते है. इसकी जांच की जायेगी और दोषी पाये जाने पर सख्त कार्रवाई होगी. वैसे रणवीर कुमार को पीआर बाउंड पर तत्काल छोड़ा गया है,लेकिन पुलिस की नजर उस पर बनी हुई है.
इन लोगों के नाम से था वोटर आइडी: अनिल कुमार दूबे, वीरेंद्र सिंह, मदन मोहन दूबे, अशोक दूबे, संजय सिंह, भरत दूबे, सुदर्शन मिश्रा, संतन दूबे, विकास दूबे, अंगद कुमार सिंह, बृजेंद्र दूबे, सत्येंद्र दूबे, दिनेश सिंह, कौशल कुमार दूबे, गिरीश चंद्र दूबे, सत्येंद्र सिंह, अखिलेश प्रजापत, विनय कुमार सिंह, विजय दूबे सभी निवासी ग्राम अमौना.