19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

फाईल- 16, अररिया की खबरें. सदर अस्पताल में धड़ल्ले से हो रहा है घरेलू गैस का उपयोग – अस्पताल प्रबंधन के नाक के नीचे प्रति दिन मरीजों के वार्ड में जलते हैं चुल्हे -जब्त कर की जायेगी कानूनी कार्रवाई:अस्पताल प्रबंधक

फाईल- 16, अररिया की खबरें. सदर अस्पताल में धड़ल्ले से हो रहा है घरेलू गैस का उपयोग – अस्पताल प्रबंधन के नाक के नीचे प्रति दिन मरीजों के वार्ड में जलते हैं चुल्हे -जब्त कर की जायेगी कानूनी कार्रवाई:अस्पताल प्रबंधक फोटो:13- अस्पताल के वार्ड में घरेलू गैस का उपयोग करते परिजन प्रतिनिधि, अररियासदर अस्पताल में […]

फाईल- 16, अररिया की खबरें. सदर अस्पताल में धड़ल्ले से हो रहा है घरेलू गैस का उपयोग – अस्पताल प्रबंधन के नाक के नीचे प्रति दिन मरीजों के वार्ड में जलते हैं चुल्हे -जब्त कर की जायेगी कानूनी कार्रवाई:अस्पताल प्रबंधक फोटो:13- अस्पताल के वार्ड में घरेलू गैस का उपयोग करते परिजन प्रतिनिधि, अररियासदर अस्पताल में मरीज के परिजनों द्वारा खाना बनाने के लिए जिस प्रकार से घरेलू गैस का उपयोग किया जा रहा है, वह कभी भी बड़े हादसा का कारण बन सकता है. जबकि सार्वजनिक स्थलों पर एलपीजी गैस जलाने पर प्रतिबंध है. ऐसे कार्यों के लिए दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने का भी नियम है. लेकिन इस बात से अस्पताल में रह रहे मरीजों के परिजनों को कोई वास्ता नहीं दिख रहा है. सदर अस्पताल में रह रहे मरीजों को अस्पताल प्रबंधन के द्वारा एक बार नाश्ता व दो बार खाना दिये जाने का प्रावधान है. यह सुविधा मरीजों को अगर मिल रही है तो फिर अस्पताल के वार्ड में खुले आम परिजनों के द्वारा एलपीजी गैस का उपयोग किया जाना गैरकानूनी काम है. मरीज के वार्डों को बना दिया परिजनों ने रसोई घर सदर अस्पताल के वार्ड में आठ दिनों से भरती आग से झुलसी रानीगंज प्रखंड के बेलसरा निवासी 25 वर्षीय खुशबू देवी पति शंकर पासवान रानीगंज का उपचार जहां हो रहा है, वहां मरीजों के परिजनों द्वारा धड़ल्ले से घरेलू गैस का उपयोग किया जा रहा है. ऐसा मामला सिर्फ एक वार्ड का नहीं है. बल्कि अन्य वार्डों में भी इसी प्रकार से मरीज के परिजन अस्पताल परिसर में घरेलू गैस का उपयोग कर रहे हैं. मरीज के परिजनों को इस प्रकार से एलपीजी गैस के प्रयोग के बाबत पूछने पर उन्होंने बताया कि वे दूर – दराज से आ कर अस्पताल में रह रहे हैं. मरीजों को दिये जाने वाले भोजन से मरीज का पेट भर पाता है लेकिन मरीज व उसके एटेंडेंट के लिए अस्पताल में भोजन पकाने की बाध्यता है. क्योंकि यह संभव नहीं है कि प्रति दिन होटल में खाना खाया जाय. हालांकि मरीज के परिजन इस बात को नहीं समझ पा रहे हैं कि घरेलू गैस के उपयोग के दौरान यदि चूक हो जाय तो कितना बड़ा हादसा हो सकता है. अस्पताल प्रबंधन को भी इस प्रकार एलपीजी गैस के उपयोग को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की दरकार है. कहते हैं स्वास्थ्य प्रबंधक घरेलू गैस के प्रयोग को रोकने को लेकर स्वास्थ्य प्रबंधक नाजिश अहमद नियाज ने बताया कि अस्पताल परिसर में एलपीजी सहित किसी भी प्रकार के ज्वलन शील पदार्थों पर पूर्णत: रोक लगाने की कवायद जारी है. इसके लिए सभी वार्डों में अस्पताल में कार्यरत होम गार्ड जवानों को जांच करने का निर्देश दिया गया है. उन्हें इस बात की इजाजत है कि घरेलू गैस या अन्य ज्वलनशील पदार्थ के प्रयोग किये जाने के हालात में उसे जब्त किया जाये. ऐसे लोगों के आवश्यकता पड़ने पर कानूनी कार्रवाई भी की जायेगी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें