अररिया : ताराबाड़ी थाना पुलिस के आदेश पर नामजदों ने अजीमउद्दीन (55) की इतनी पिटाई कर दी कि उसका सिर फट गया व पैर थकुचा गया. इलाज के लिए उसे सदर अस्पताल लाया गया, जहां रविवार की देर शाम उसने दम तोड़ दिया. इस बाबत नगर थाना पुलिस ने मृतक की पत्नी बीवी रउफा का फर्द बयान दर्ज किया है. दिये गये बयान में बीवी रउफा ने कहा है कि शुक्रवार को शाम करीब चार बजे पति के साथ अपने घर में थे. इसी बीच ताराबाड़ी थाना के एएसआइ विजेंद्र यादव घर आ धमके.
उसने कहा कि अजीमउद्दीन अभियुक्त है. पुलिस को देख कर पति अजीमउद्दीन भागने लगे. गांव के लोगों ने खदेड़ कर उसे पकड़ा. एएसआइ विजेंद्र यादव ने पिटाई करने का आदेश दिया. नामजद ग्रामीणों ने एएसआइ की मौजूदगी में उसकी पिटाई कर दी. पिटाई के दौरान उसका सिर फट गया. पैर को थकुच दिया गया. शोर होने पर पहुंचे गांववालों ने उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया. जहां इलाज के दौरान रविवार की रात उसने दम तोड़ दिया. पत्नी ने गांव के ही मैनुद्दीन, नुरूल, वजरुल सलाउद्दीन, आजाद, रजी, कयूम, साकिब, मुजफ्फर, चुन्ना, अब्दुल, वासिक, मिठ्ठू, अकिल, दिलशाद व जमील पर मारपीट करने का आरोप लगाया है. बहरहाल मामला चाहे जो भी हो. यह तो अनुसंधान में सामने आयेगा. लेकिन पुलिस की मौजूदगी और उसके आदेश पर की गयी पिटाई ने सवाल खड़ा कर दिया है. सवाल यह कि एएसआइ ने कथित अभियुक्त को पीटने का आदेश क्यों दिया. उसकी मौजूदगी में नामजदों ने घटना को अंजाम दिया और उसकी मौत हो गयी. इस मौत का जवाबदेह कौन. इस बाबत एसडीपीओ कुमार देवेंद्र सिंह ने बताया कि मामला सामने आया है. प्राथमिकी दर्ज की गयी है. दोषी चाहे जो भी होगा. उस पर विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी.