पटना: भारत सरकार की नुरूम योजना के तहत राजधानी व बोध गया में पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन बेहतर करने के लिए 260 व 40 सिटी बसों की खरीदारी की जा रही है, जो इस माह के अंतिम सप्ताह में टाटा मोटर्स द्वारा प्रथम चरण में 40 बसें उपलब्ध करायी जा रही हैं. इस योजना के साथ ही सूबे के चार जिलों दरभंगा, पूर्णिया, भागलपुर और कटिहार के लिए 207 बसों की खरीदारी की मंजूरी मिल गयी है.
इन जिलों के लिए नगर व आवास विकास विभाग द्वारा डीपीआर,रूट चार्ट, ट्रांसपोर्टेशन व मेंटेनेंस के लिए प्राइवेट एजेंसी और इन पर निगरानी रखने के लिए बिहार अरबन ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड को जिम्मेवारी सौंपी गयी है. इसे देखते हुए भारत सरकार के शहरी मंत्रलय ने सूबे के सभी जिला मुख्यालयों में नगरीय बस सेवा शुरू करने को कहा है.
सर्वे रिपोर्ट तैयार: सूबे के सभी जिलों में नगरीय बस सेवा शुरू करने को लेकर नुरूम योजना से 428 करोड़ रुपये की मंजूरी भी दे दी गयी है. हालांकि, इस योजना को पूरा करने में राज्य सरकार को भी 128 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ेंगे. इस राशि से 1497 बसों की खरीदारी की जायेगी. नोडल एजेंसी के रूप में काम कर रही बिहार अरबन इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्रा लि (बुडको) ने इन जिलों का सर्वे कर कितने बसों की आवश्यकता और रूट की रिपोर्ट तैयार कर ली है. इस सप्ताह शहरी मंत्रलय को रिपोर्ट उपलब्ध करा दी जायेगी. संभावना है कि अगले छह माह में सभी जिला मुख्यालयों में नगर विकास विभाग की सिटी बसें सड़कों पर दौड़ने लगेंगी.
भभुआ बना ग्रीन सिटी
कैमूर का जिला मुख्यालय भभुआ अब ग्रीन सिटी के नाम से जाना जायेगा. इसकी आधिकारिक घोषणा गुरुवार को शहर के एकता चौक पर नगर सभापति अमरदेव सिंह करेंगे.
हरे रंग से रंगा शहर : भभुआ शहर के मुख्य मार्गो के किनारे सभी मकानों को हरे रंग से रंगा गया है. डिवाइडरों पर ‘ग्रीन भभुआ, क्लीन भभुआ’ लिखे हुए गमले रखे गये हैं. ग्रीन सिटी पार्क का निर्माण कराया गया है. शहर को अतिक्रमण मुक्त करा कर फुटपाथी दुकानदारों को एक निश्चित जगह दी गयी है. संकल्प पत्र को ग्रीन सिटी की घोषणा के दौरान आम नागरिक पढ़ेंगे. भभुआ को ग्रीन सिटी बनाने की परिकल्पना करने वाले डीएम अरविंद कुमार सिंह ने शहर को इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए सारा श्रेय शहर के लोगों को दिया है.