गया: रांची से पटना आ रही जनशताब्दी एक्सप्रेस की एसी बोगी में मंगलवार की रात करीब 25 डकैतों ने लूटपाट की. इस बोगी में 73 यात्री थे. गया-धनबाद रेलखंड पर स्थित कोडरमा व गुरपा स्टेशनों के बीच हुई वारदात में डकैतों ने लाखों नकद सहित करीब 30 लाख रुपये के मोबाइल, लैपटॉप, सोने-चांदी के जेवरात व अन्य कीमती सामान लूट लिया. डकैती के दौरान करीब 15-20 मिनट तक अफरा-तफरी मची रही. इस बीच डकैत गुरपा स्टेशन के आउटर सिगनल के पास चेन पुलिंग कर भाग गये.
इसकी जानकारी पाते ही रेल डीएसपी शैलेश कुमार सिन्हा ने गया के एएसपी अशोक कुमार सिंह से फतेहपुर और टनकुप्पा थाना इलाके में डकैतों की धर-पकड़ के लिए छापेमारी करने में सहयोग मांगा. एएसपी के निर्देश पर फतेहपुर के थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार, टनकुप्पा के थानाध्यक्ष प्रसिद्ध कुमार सिंह सहित अन्य पुलिस पदाधिकारियों ने डकैतों के भागने की दिशा में छापेमारी शुरू की.
शाम 7:33 बजे कोडरमा से खुली थी ट्रेन
कोडरमा स्टेशन से शाम 7:33 बजे जनशताब्दी एक्सप्रेस खुली. ट्रेन कुछ दूर ही बढ़ी थी कि 25 की संख्या में डकैतों ने ‘एसी-सी-टू’ बोगी में घुस गये और लूटपाट शुरू कर दी. लूटपाट के बाद डकैत गुरपा स्टेशन के आउटर सिगनल के पास चेन पुलिंग कर उतर गये. डकैतों के भागने के बाद पीड़ित यात्रियों ने ट्रेन के गार्ड को घेरा और उन्हें खरी-खोटी सुनानी शुरू कर दी. गार्ड ने यात्रियों को समझा कर शांत कराया और गया जंकशन पर पहुंच कर कार्रवाई करने की बात की. इसके बाद वहां से ट्रेन खुली. गया जंकशन आते ही रेल डीएसपी सहित अन्य अधिकारियों ने यात्रियों से लूटपाट की जानकारी ली. यहां करीब 20 मिनट तक ट्रेन रुकी रही. इसके बाद पटना के लिए रवाना हुई. लूटपाट के शिकार हुए यात्रियों में पटना निवासी धर्मेद्र कुमार, नागेंद्र कुमार, एसटी रुसद, रांची निवासी मनीष कुमार, अनिल कुमार, इरफान अंसारी, पत्रकार प्रदीप सिंह, एसएन मोहसिन, मायमा, बीडी सहाय, गया के गेवाल बिगहा निवासी नारायण प्रसाद सिंह समेत 73 थे.