डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप
आईसीयू में बेड की मांग कर रहे थे परिजन
अस्पताल प्रशासन का दावा, आईसीयू में बेड फुल, मरीज की हालत पहले से ही गंभीर बनी थी
पटना : पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों की मौत के बाद हंगामा नहीं थम रहा है. गुरुवार को 12 साल की एक बच्ची खुशबू कुमारी की मौत का मामला अभी थमा ही नहीं था कि शुक्रवार को 60 वर्षीय महिला उषा देवी की मौत हो गयी. परिजनों ने आरोप लगाया है कि आईसीयू में बेड नहीं मिलने के कारण महिला की मौत हुई है. इतना ही नहीं परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का भी आरोप लगाया है. इधर अस्पताल प्रशासन ने परिजनों के इस आरोप का खंडन किया है.
समस्तीपुर की रहनेवाली थी महिला : मिली जानकारी के अनुसार समस्तीपुर की रहनेवाली एक 60 वर्षीय महिला को गंभीर हालत में पीएमसीएच लाया गया था. उसे इमरजेंसी में रखा गया था. महिला की हालत खराब होता देख परिजन डॉक्टरों से लगातार मेडिकल आइसीयू में बेड की मांग करने लगे. ताकि, महिला की जान बचायी जा सके. परिजनों के लगातार मांग के बावजूद भी महिला को आईसीयू की सुविधा नहीं दी गयी. ऐसे में हालत और अधिक खराब हो गयी और अंत में महिला की इमरजेंसी वार्ड में ही मौत हो गयी. इसके बाद परिजनों ने वार्ड में ही हंगामा शुरू कर दिया. मौके पर पहुंची पीएमसीएच टीओपी ने मामला शांत कराया. परिजनों का आरोप है कि आईसीयू की सुविधा नहीं दिये जाने के कारण मरीज की मौत हो गयी.
क्या कहते हैं अधिकारी
महिला मरीज की हालत पहले से ही काफी गंभीर थी, उसे गंभीर हालत में गुरुवार की रात 11 बजे पीएमसीएच लाया गया था, जहां इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया. उसे वेंटिलेटर की भी काफी जरूरत थी. रही बात मेडिकल आईसीयू में भर्ती की, तो वहां एक भी बेड खाली नहीं है. जबकि, सभी बेड पर गंभीर मरीजों का इलाज चल रहा है. वेंटिलेटर व बेड फूल होने के चलते परिजनों को बेड नहीं मिल पाया. मरीज का इलाज सीनियर डॉक्टरों की देखरेख में चल रहा था.
डॉ दीपक टंडन, अधीक्षक, पीएमसीएच