नयी दिल्ली : ज्वाला गुट्टा के साथ कनाडा ओपन के महिला युगल खिताब पर कब्जा करने के बाद उत्साहित भारतीय स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी अश्विनी पोनप्पा ने आज कहा कि निरंतरता उन दोनों की सफलता की कुंजी रही है और यह जीत अगस्त में शुरु हो रहे विश्व चैम्पियनशिप से पहले मनोबल बढ़ाने वाली है.
दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता अश्विनी और ज्वाला की जोड़ी ने 50,000 अमेरिकी डालर के कनाडा ओपन ग्रैंड प्री टूर्नामेंट के फाइनल मैच में कल रात इफ्जे मुस्केन्स और सेलेना पीक की जोड़ी को सीधे सेटों में 21-19, 21-16 से हराकर खिताब पर कब्जा किया था.
अश्विनी ने बताया यह शानदार जीत है. हम लोग अच्छा खेले और हमारे प्रदर्शन में निरंतरता रही. विश्व चैम्पियनशिप से ठीक पहले टूर्नामेंट जीतना मनोबल बढाने वाली है. स्वभाविक तौर पर अगस्त में आयोजित विश्व चैम्पियनशिप हमारा अगला लक्ष्य है. भारत की सर्वश्रेष्ठ युगल जोड़ी ने पिछले साल चार कांस्य पदक जीते थे लेकिन वे खिताब नहीं जीत सके थे. अश्विनी ने लंबे समय बाद खिताब जीतने पर खुशी जाहिर की. लंदन ओलंपिक 2012 के बाद फिर दोनों ने साथ खेलना शुरु किया और उसके बाद यह उनकी पहली खिताबी जीत है.
दोनों ने कुछ समय के लिए अलग-अलग अभ्यास किया लेकिन चूंकि विश्व चैम्पियनशिप नजदीक है, ऐसे में दोनों एक बार फिर से एक साथ अभ्यास करेंगी. विश्व चैम्पियनशिप 2011 में ज्वाला के साथ कांस्य पदक जीतने वाली अश्विनी ने कहा हम लोग अलग-अलग अभ्यास करते रहे हैं. मैं बेंगलुरु के राष्ट्रीय शिविर में यूसुफ और टाम जान सर की देखरेख में अभ्यास करती हूं जबकि ज्वाला मोहम्मद आरिफ सर के साथ हैं.
चूंकि हमने एक साथ बहुत अधिक खेला है इसलिए हम एक दूसरे के खेल को अच्छे से जानते हैं और टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया. लेकिन विश्व चैम्पियनशिप के लिए ज्वाला बेंगलुरु आयेंगी और हम एक साथ अभ्यास करेंगे.
उनकी निरंतरता के कारण ही वह हाल ही में विश्व नंबर 13 पर काबिज हुई थी जो उनकी सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग है और इस जीत के साथ उनकी रैंकिंग में और सुधार हो सकता है लेकिन अश्विनी ने कहा कि उनका लक्ष्य टूर्नामेंट में अच्छा करना है और रैंकिंग पर ध्यान नहीं देना है. उन्होंने कहा कि अगले साल ओलंपिक होना है इसलिए वे लोग सुपर सीरीज टूर्नामेंट के अलावा कुछ ग्रैंड प्री और ग्रैड प्री गोल्ड स्पर्धाओं में खेल रही हैं.