भारतीय हॉकी को दिलीप तिर्की (Dilip Tirkey) सरीखे दिग्गज खिलाड़ी देने वाले सुंदरगढ़ (Sundergarh) जिले में देश का सबसे हॉकी स्टेडियम (Biggest Hockey Stadium) तैयार किया जा रहा है जिसकी क्षमता 20,000 दर्शकों की होगी.
भारत के सबसे बड़े हॉकी स्टेडियम का नाम भगवान बिरसा पर
ओड़िशा के आदिवासी क्षेत्र में बन रहे इस स्टेडियम का नाम बिरसा मुंडा अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम रखा गया है और यह अक्टूबर तक तैयार हो जाएगा. अगले साल जनवरी में एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप के मैच इसी स्टेडियम में खेले जाएंगे. भुवनेश्वर में कलिंग स्टेडियम की क्षमता 15000 दर्शकों की है लेकिन विश्व कप के दौरान बिरसा मुंडा स्टेडियम में टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम का समर्थन करने के लिये 20000 दर्शक मौजूद रहेंगे.
200 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहा है भारत का सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम
राउरकेला शहर में बाहरी क्षेत्र में स्टेडियम के निर्माण का कार्य पिछले साल जून में शुरू किया गया था. इस स्टेडियम के निर्माण की लागत 200 करोड़ रुपये है. ओड़िशा के खेल विभाग के सलाहकार स्वागत सिंह ने पत्रकारों से कहा, यह भारत का सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम होगा. हमें लग रहा है कि यह विश्व में सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम होगा लेकिन अभी एफआईएच (अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ) से इसकी पुष्टि नहीं हुई है. उन्होंने इसके साथ ही बताया कि अक्टूबर में इस स्टेडियम में प्रो लीग के मैच आयोजित करने की योजना है जो परीक्षण मैच का काम भी करेंगे.
विश्व कप के बाद हॉकी अकादमी के रूप में तब्दील होगा भारत का सबसे बड़ा स्टेडियम
विश्व कप के बाद सरकार इस पूरे परिसर को हॉकी अकादमी के रूप में तब्दील करने पर भी विचार कर रही है. सुंदरगढ़ को भारतीय हॉकी का गढ़ माना जाता है जिसने दिलीप तिर्की, अमित रोहिदास और बीरेंद्र लाकड़ा जैसे खिलाड़ी देश को दिये हैं. इस क्षेत्र में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक में यह खेल काफी लोकप्रिय है.