Virat Kohli की वनडे में वो 5 पारियां, जिनसे दिखी हर रन के लिए भूख, जुनून और क्लास

Virat Kohli Top 5 ODI Knocks: विराट कोहली की बल्लेबाजी सिर्फ रन बनाने की कला नहीं, बल्कि जुनून और भरोसे की मिसाल है. पाकिस्तान से लेकर साउथ अफ्रीका तक, उनकी टॉप 5 पारियां बताती हैं कि क्यों उन्हें चेज मास्टर कहा जाता है. जानिए वो पारियाँ जिन्होंने कोहली को बनाया क्रिकेट का बादशाह.

By Aditya Kumar Varshney | November 5, 2025 9:33 AM

विराट कोहली (Virat Kohli), यह नाम ही काफी है. भारतीय क्रिकेट के इतिहास में जब भी क्लास और कंसिस्टेंसी की बात होगी, विराट का नाम सबसे ऊपर लिया जाएगा. चाहे लक्ष्य का पीछा हो या शुरुआत से टीम को मजबूत करना, कोहली ने हर हाल में खुद को साबित किया है. उनकी बल्लेबाजी में तकनीक, आत्मविश्वास और आक्रामकता का बेहतरीन तालमेल देखने को मिलता है. वनडे क्रिकेट में उन्होंने कई शानदार पारियां खेली हैं, लेकिन कुछ पारियां ऐसी रहीं जिनमें न सिर्फ रन बने बल्कि क्रिकेट इतिहास में एक मिसाल कायम हुई. आइए जानते हैं विराट कोहली की टॉप 5 ODI पारियों के बारे में जो उनके करियर की पहचान बन गईं.

183 vs पाकिस्तान (एशिया कप 2012, ढाका)

यह मैच आज भी हर भारतीय फैन की यादों में ताजा है. एशिया कप में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 330 रन का बड़ा लक्ष्य रखा था. जवाब में भारत की शुरुआत खराब रही, लेकिन तीसरे नंबर पर उतरे विराट कोहली ने जो किया, वो इतिहास बन गया. उन्होंने 148 गेंदों में 183 रन की पारी खेली जिसमें 22 चौके और 2 छक्के शामिल थे. उस समय उनकी उम्र सिर्फ 23 साल थी, लेकिन खेल उनकी समझ किसी सीनियर खिलाड़ी जैसी थी. उन्होंने सचिन तेंदुलकर के साथ 133 रन की साझेदारी की और फिर रोहित शर्मा के साथ मिलकर भारत को शानदार जीत दिलाई. यह पारी साबित करती है कि विराट सिर्फ रन नहीं बनाते, वह मैच को अपने अंदाज में खत्म करना जानते हैं. यही कारण है कि क्रिकेट फैंस उन्हें चेज मास्टर कहते हैं.

166 vs श्रीलंका (जनवरी 2023, तिरुवनंतपुरम)

जब कई लोग मान चुके थे कि विराट कोहली का पुराना फॉर्म लौटना मुश्किल है, तब उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ अपने बल्ले से जवाब दिया. इस मैच में कोहली ने मात्र 110 गेंदों में 166 रन नाबाद बनाए. इस पारी में उन्होंने 13 चौके और 8 छक्के लगाए और भारत को 317 रन की विशाल जीत दिलाई. यह सिर्फ एक पारी नहीं थी, यह कोहली के करियर का रीबर्थ मोमेंट था. यह पारी दिखाती है कि चाहे जितना ब्रेक मिले या फॉर्म की बात हो, विराट की फिटनेस, एकाग्रता और क्लास कभी कम नहीं होती.

160 बनाम साउथ अफ्रीका (केपटाउन, 2018)

साउथ अफ्रीकी पिचों पर रन बनाना हमेशा कठिन माना जाता है, लेकिन विराट कोहली के लिए कोई भी चुनौती बड़ी नहीं. इस मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी की और कोहली ने 159 गेंदों में नाबाद 160 रन जड़े. उन्होंने एक छोर संभालकर बल्लेबाजी की और बाकी बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका दिया. यह पारी सिर्फ तकनीक नहीं बल्कि मानसिक मजबूती का उदाहरण थी. साउथ अफ्रीका की तेज और उछाल भरी पिच पर ऐसा प्रदर्शन दिखाता है कि कोहली हर परिस्थिति में खुद को ढाल सकते हैं.

157 vs वेस्टइंडीज (विशाखापट्टनम, 2018)

वेस्टइंडीज के खिलाफ यह मुकाबला हाई स्कोरिंग था, लेकिन विराट कोहली की बल्लेबाजी ने इसे एकतरफा बना दिया. उन्होंने 129 गेंदों में 157 रन नाबाद बनाए. इस पारी में उन्होंने अपनी क्लासिक कवर ड्राइव और टाइमिंग का जादू दिखाया. 13 चौके और 4 छक्कों से सजी यह पारी दिखाती है कि कोहली का कंट्रोल कितना शानदार है. वह जिस तरह स्ट्राइक रोटेट करते हैं और दबाव को खत्म करते हैं, वैसा बहुत कम बल्लेबाज कर पाते हैं. यह पारी कुशलता और धैर्य का शानदार उदाहरण थी.

154 बनाम न्यूजीलैंड (मोपाली, 2016)

न्यूजीलैंड के खिलाफ यह पारी विराट कोहली की चेज करने की काबिलियत की मिसाल थी. भारत को 286 रन का लक्ष्य मिला था, और शुरुआती विकेट जल्दी गिर गए थे. कोहली ने कप्तान एमएस धोनी के साथ मिलकर पारी को संभाला और नाबाद 154 रन बनाए. इस मैच में उन्होंने 120 गेंदें खेलीं और स्ट्राइक रोटेशन के साथ तेजी से रन जुटाए. उन्होंने दिखाया कि एक बल्लेबाज सिर्फ शॉट्स से नहीं, बल्कि अपनी सोच और शांत स्वभाव से भी मैच जिता सकता है.

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