आईपीएल 2022 (IPL 2022) का रोमांच अपने चरम पर है. गुजरात टाइटंस की टीम शानदार प्रदर्शन करते हुए प्लेऑफ में पहुंचने वाली पहली टीम बन गयी है, तो बाकी की टीमों के बीच रेस जारी है. आईपीएल के दूसरे दौर की स्थिति अब ऐसी बनती जा रही है कि प्लेऑफ का फैसला नेट रन रेट के आधार पर ही होगा. लखनऊ और राजस्थान की टीम के 16-16 अंक हैं और दोनों को एक-एक मुकाबला खेलना है, उसी तरह दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैजेंजर्स बेंगलोर के 14-14 अंक हैं और दोनों प्लेऑफ में पहुंचने के लिए रेस में लगी हैं. इसको भी प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए नेट रन रेट का सहारा लेना है. नेट रन रेट की क्रिकेट में हमेशा चर्चा होती है, लेकिन सवाल उठता है कि इसकी गणना कैसे होती है.
नेट रन रेट क्या है और इसकी गणना कैसे की जाती है
नेट रन रेट क्रिकेट में बेहद अहम माना जाता है. जब प्वाइंट टेबल में टीमों के अंक बराबर होते हैं, तो ऐसी स्थिति में फैसला नेट रन रेट के आधार पर फैसला किया जाता है. अगर कोई टीम 20 ओवर में 150 रन बनाती है और फिर गेंदबाजी करते हुए विपक्षी टीम को 20 ओवर में केवल 130 रन पर ही रोक देती है, तो ऐसी स्थिति में नेट रन रेट 7.5 होगा, जबकि गेंदबाजी में 6.5 होगा. अब बल्लेबाजी नेट रन रेट को गेंदबाजी नेट रन रेट से घटाया जाएगा. ऐसी स्थिति में उस टीम का कुल नेट रन रेट 1 होगा.
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डीआरएस की स्थिति में कैसे नेट रन रेट निकाला जाता है
डीआरएस की स्थिति में नेट रन रेट की गणना जितने ओवर तय किया जाता है, उसी के आधार पर किया जाता है. जैसे अगर कोई टीम 20 ओवर में 180 रन बनाता है. फिर बारिश के चलते दूसरी टीम को 15 ओवर में 135 रन का टारगेट दिया जाता है, तो ऐसी स्थिति नेट रन रेट भी 15 ओवर के आधार पर ही तय किया जाएगा.