राजस्थान रॉयल्स से राहुल द्रविड़ हुए बाहर, तो डिविलियर्स को याद आए फुटबॉल क्लब, कहा- उन्हें निकाल गया
AB de Villers on Rahul Dravid exit from Rajasthan Royals: आईपीएल 2008 की चैंपियन राजस्थान रॉयल्स 2025 में भी संघर्षरत रही और 14 में से केवल 4 मैच जीतकर नौवें स्थान पर रही. बड़ी उम्मीदों के साथ कोच बने राहुल द्रविड़ ने अब अपना पद छोड़ दिया. इल पर एबी डिविलियर्स ने अटकलें जताईं कि फ्रैंचाइजी द्वारा ऑफर किए गए बड़े रोल को ठुकराने के बाद उन्हें हटाया गया है.
AB de Villers on Rahul Dravid exit from Rajasthan Royals: आईपीएल 2008- यानी लीग का सबसे पहला टूर्नामेंट और चैंपियन बनी टीम- राजस्थान रॉयल्स. उसके बाद से वह कभी खिताब को नहीं छू सकी. टीम की परिस्थिति लगातार खराब ही रही, इसको देखते हुए राजस्थान ने आईपीएल 2025 से पहले अपनी टीम के पूर्व खिलाड़ी राहुल द्रविड़ को अपना कोच बनाया. राहुल ने हेड कोच के तौर पर टीम इंडिया को वर्ल्ड कप 2024 का विजेता बनावाया था, ऐसे में उनसे बड़ी उम्मीदें थीं, लेकिन एक बार फिर नतीजा सिफर ही रहा. दुनिया की सबसे महंगी क्रिकेट लीग के सबसे ताजा संस्करण आईपीएल 2025 में रॉयल्स का प्रदर्शन बेहद खराब रहा और टीम सिर्फ 14 में से 4 मैच जीतकर नौवें स्थान पर रही. कुछ चर्चाएं, कुछ अफवाहों और मीडिया की सुर्खियों से बाहर कुछ अनजान बातों की वजह से राहुल द्रविड़ ने राजस्थान रॉयल्स के कोच पद से इस्तीफा दे दिया. इस मामले पर दक्षिण अफ्रीका के पूर्व बल्लेबाज एबी डिविलियर्स ने अटकल लगाई है कि द्रविड़ को राजस्थान रॉयल्स से इसलिए निकाला गया है, क्योंकि उन्होंने फ्रैंचाइजी द्वारा दिए गए बड़े पद को स्वीकार करने से मना कर दिया.
अपने सोशल मीडिया शो ‘360 LIVE’ पर बोलते हुए डिविलियर्स ने इशारा किया कि अपार प्रभाव के बावजूद यह फैसला ऐसा लगता है जैसे उन्हें किक आउट कर दिया गया. उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह मालिक या मैनेजमेंट का फैसला रहा होगा. उन्होंने उन्हें टीम में एक बड़ा रोल ऑफर किया, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया. शायद वे परेशान थे क्योंकि वे अब भी डगआउट में सक्रिय रहना चाहते थे. शायद यह उनका खुद का फैसला रहा हो, मैं नहीं जानता. हमें सच्चाई तब पता चलेगी जब वह इस पर खुलकर बात करेंगे. राहुल निस्संदेह बड़ी विरासत छोड़कर जा रहे हैं… और निश्चित रूप से उनकी कमी महसूस होगी.”
फुटबॉल क्लब की तरह बाहर कर दिया गया
डिविलियर्स ने यह भी कहा कि राजस्थान का कदम फुटबॉल क्लबों की तरह लगता है, जहां मैनेजमेंट अचानक फैसले ले लेता है जब कोच उम्मीदों पर खरे नहीं उतरते. उन्होंने कहा, “कभी-कभी आप प्रीमियर लीग फुटबॉल में भी देखते हैं, जहां मैनेजर और कोचों पर हमेशा प्रदर्शन और ट्रॉफी जीतने का दबाव रहता है, जब वे नाकाम रहते हैं तो मालिक या फैसले लेने वाले लोग उन्हें हटाना शुरू कर देते हैं. हम पूरी सच्चाई नहीं जानते, लेकिन ऐसा लगता है कि उन्होंने जब दूसरे रोल को ठुकराया तो मानो उन्हें बाहर कर दिया गया, जो आदर्श स्थिति नहीं है. लेकिन शायद राजस्थान की अगली सीजन को लेकर कुछ अलग योजनाएँ हों. वे चीजों को झकझोरना और आगे बढ़ना चाहते हों.”
राजस्थान को दिग्गजों को हटाना पड़ा भारी
इसके साथ ही डिविलियर्स का मानना है कि एक साथ कई दिग्गज खिलाड़ियों को हटाना टीम के संतुलन को बिगाड़ गया और इससे टीम का पतन तेज हुआ. डिविलियर्स ने कहा, “मुझे नहीं लगता उनका पिछला ऑक्शन शानदार था, क्योंकि उन्होंने कई बेहतरीन खिलाड़ियों को छोड़ दिया, जिनमें जोस बटलर जैसे नाम भी शामिल थे. यह उनकी बड़ी गलती थी. आप कभी-कभार एक-दो खिलाड़ियों को छोड़ सकते हैं, लेकिन उन्होंने एक साथ बड़ी संख्या में खिलाड़ियों को हटाया, जिससे टीम का धीरे-धीरे पतन हुआ.”
फ्रेंचाइजी ने ऑफर किया था बड़ा पद
राहुल द्रविड़ ने टीम के साथ अपने दूसरे कार्यकाल को अचानक समाप्त कर दिया, ठीक एक साल बाद जब उन्हें मल्टी-ईयर डील पर नियुक्त किया गया था. फ्रैंचाइजी ने प्रेस रिलीज में कहा कि राहुल कई वर्षों से रॉयल्स की यात्रा के केंद्र में रहे हैं. उनकी लीडरशिप ने एक पीढ़ी के खिलाड़ियों को प्रभावित किया है, टीम में मजबूत मूल्य गढ़े हैं और फ्रैंचाइजी की संस्कृति पर गहरी छाप छोड़ी है. संरचनात्मक समीक्षा के हिस्से के रूप में राहुल को फ्रैंचाइजी में एक बड़े पद की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया. राजस्थान रॉयल्स, उसके खिलाड़ी और दुनिया भर के करोड़ों प्रशंसक राहुल को उनके असाधारण योगदान के लिए दिल से धन्यवाद देते हैं.
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