नयी दिल्ली : बीसीसीआई के सचिव अनुराग ठाकुर और आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला बोर्ड में संभावित सुधारों के संबंध में आज उच्चतम न्यायालय से नियुक्त न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) आर एम लोढ़ा आयोग के समक्ष पेश हुए. पता चला है कि बीसीसीआई के दोनों सीनियर अधिकारियों का तीन सदस्यीय पैनल के साथ उपयोगी विचार विमर्श हुआ.
पैनल में न्यामूर्ति लोढा के अलावा न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) अशोक भान और न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) आर वी रविंद्रन शामिल हैं. ठाकुर बीसीसीआई में सुधारों के लिये संभावित सिफारिशों को लेकर सुबह समिति के सामने पेश हुए. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका और भारत ए के बीच अभ्यास मैच से इतर पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं आज सुबह लोढा आयोग से मिला. मैंने उनके साथ एक घंटे तक बैठक की.
मैं यही कह सकता हूं कि यह काफी उपयोगी बैठक रही. ‘ ठाकुर से पूछा गया कि क्या लोढा समिति के सुधारों को बीसीसीआई को हर हाल में स्वीकार करना होगा, उन्होंने मुस्कराते हुए कहा, ‘‘पहले रिपोर्ट को आने दीजिए और फिर इस बारे में हम बात कर सकते हैं. हम पहले ही फैसला कर चुके हैं कि लोढ़ा समिति की सिफारिशों के पहले हिस्से को अक्षरश: लागू किया जाएगा.
‘ आईपीएल चेयरमैन शुक्ला दोपहर बाद समिति के सामने पेश हुए. इससे पहले जुलाई में लोढ़ा समिति ने चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रायल्स को इंडियन प्रीमियर लीग से दो साल के लिये निलंबित करने की सिफारिश की थी. सीएसके टीम प्रिंसिपल और आईसीसी चेयरमैन एन श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन तथा राजस्थान रायल्स के पूर्व सहमालिक राज कुंद्रा पर भी सट्टेबाजी गतिविधियों में संलिप्त रहने के कारण आजीवन प्रतिबंध लगाया गया था.