वेस्टइंडीज के भारतीय दौरे को बीच में ही छोड़कर जाने के फैसले से गुस्साया भारत 2016 के वेस्टइंडीज दौरे को रद्द कर सकता है. वेस्टइंडीज ने भारतीय दौरे के दौरान भारत के साथ अपने सिरीज को बीच में ही छोड़कर जाने का फैसला लिया है. इससे बीसीसीआई काफी गुस्से में हैं और इसे खेल नियमों का उल्लंघन बता रहा है.
बीसीसीआई ने वेस्टइंडीज टीम की शिकायत आईसीसीसेभी करने का मन बनाया है और कहा है कि उसके खिलाफ कानूनी कर्रवाई की मांग की जायेगी. मेहमान टीम ने पांच मैचों की श्रृंखला में तीन मैच ही खेले हैं, जिसमें भारत 2-1 की बढत बनाये हुए है. इसके अलावे भारत और वेस्टइंडीज को एक 20-20 और तीन टेस्ट मैच भी खेलने थे.
वेस्टइंडीज टीम के खिलाडि़यों का कहना है कि उनका उनके बोर्ड से वेतन को लेकर मतभेद चल रहा है, इसके कारण टीम ने इस मामले को सुलझने तक कोई भी अंतरराष्ट्रीय मैच नही खेलने का निर्णय लिया है. वहीं बीसीसीआई ने कहा कि यह उनका अंदरुनी मामला है और इसका भारत दौरे से कोई लेना देना नहीं है.
अगर टीम ने भारत दौरे को बीचमेंही छोड़ने का निर्णय किया है तो यह सरासर अनुशासनहीनता का मामला है. उधर वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड की ओर से कहा गया कि उनकी टीम भारत दौरे को बीच में रद्द नहीं करेगी. लेकिन बीसीसीआई ने इस दौरान श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड से संपर्क कर उनकी टीम को भारत में श्रृंखला खेलने के लिए आमंत्रित किया और श्रीलंका अपनी टीम भेजने को तैयार भी हो गयी है. जल्द ही श्रीलंकाई टीम भारत आ जायेगी और पांच एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला खेलेगी.
इससे इतर वेस्टइंडीज क्रिकेट बोड (WICB) ने कहा कि दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई ने श्रीलंका को आमंत्रित कर वेस्टइंडीज टीम के पास दूसरा कोई रास्ता नहीं छोड़ा है. बोर्ड ने कहा कि वह अपने खिलाडि़यों से बात कर उन्हें भारत रुकने को कह सकते थे. लेकिन श्रीलंकाई टीम के भारत आने की खबर के बाद उनकी टीम के पास कोई और विकल्प नहीं बचा है.
बीसीसीआई के सचिव संजय पटेल ने कहा कि इस घटना के बाद से वेस्टइंडीज के लिए भविष्य में दो देशों के बीच खेले जाने वाली श्रृंखला में भाग लेना मुश्किल हो जायेगा. उन्होंने कहा कि कैरिबियाई टीम ने कभी भी अपने विवादों को भूलकर सिरीज में बने रहने की इच्छाशक्ति नहीं दिखायी.
उन्होंने कहा कि अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन हो सकता है कि भारत 2016 के वेस्टइंडीज दौरे को रद्द कर दे. वेस्टइंडीज में भारत को पांच वनडे, तीन टेस्ट और एक टी-20 खेलना था. अगर आपस में खिलाडि़यों और बोर्ड के बीच कोई विवाद था तो भी उन्हें बाइलेटरल एग्रिमेंट का सम्मान करना चाहिए था. पटेल ने कहा कि हम अपने मित्र श्रीलंका का धन्यवाद करते हैं कि उसने इतने कम समय में दिये गये सूचना पर भी भारत आना स्वीकार किया.
लेकिन अफसोस है कि हमारे पास इतना समय नहीं है कि हम टेस्ट सिरीज भी खेल सकें. पटेल ने यह भी कहा कि बीसीसीआई वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में भी है. मंगलवार को होने वाली बोर्ड के बैठक में इसपर कोई ठोस निर्णय किया जायेगा. उन्होंने कहा कि इस घटना ने हमें भारी नुकसान उठाना पड़ा है. हम अपनी मूल संस्था आईसीसी के सामने यह बात रखेंगे कि भविष्य में ऐसी घटना दुहरायी ना जाये इसका खयाल रखा जाना चाहिए.
वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने कहा कि उन्होंने बीसीसीआई के सामने इस बात को रखा कि मूल टीम की जगह वे कोई और टीम भेज देंगे जिसके साथ भारत अपने बचे मैच खेल सकता है, लेकिन बीसीसीआई से इससे साफ इंकार कर दिया. बोर्ड का कहना है कि हमने कभी भी नहीं चाहा कि हमारे खिलाड़ी सिरीज को बीच में छोड़कर आयें. वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने भी मंगलवार को एक अपातकालीन बैठक बुलायी है, जिसमें टीम के भारत दौरे को छोड़ने पर कार्रवाई की जा सकती है.