क्यों पुजारा जैसे क्रिकेटर को नसीब नहीं हुआ फेयरवेल मैच? सोशल मीडिया पर लेना पड़ा संन्यास
Cheteshwar Pujara: ऐसा लगता है कि भारतीय क्रिकेट से फेयरवेल की संस्कृति अब समाप्त हो गई है, क्योंकि जिस तरह भारतीय क्रिकेट के दिग्गज लगातार क्रिकेट को मैदान से बाहर रहकर ही अलविदा करते जा रहे हैं, उससे तो यही प्रतीत होता है. आज चेतेश्वर पुजारा ने टीम से बाहर रहते हुए ही क्रिकेट को अलविदा कर दिया. उन्होंने अपना लास्ट ओडीआई 19 जून 2014 में खेला था, जबकि लास्ट टेस्ट 7 जून 2023 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था. मई महीने में विराट कोहली और रोहित शर्मा ने भी टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है और वे अब सिर्फ ओडीआई और टी-20 में ही योगदान देंगे. रोहित और कोहली के लिए भी बीसीसीआई कोई फेयरवेल मैच आयोजित करेगा, इसकी संभावना ना के बराबर ही है. खैर, अब जबकि चेतेश्वर पुजारा टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं, उनके योगदानों पर एक नजर.
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Cheteshwar Pujara: भारतीय टेस्ट क्रिकेट में चेतेश्वर पुजारा को लीजेंड माना जाता है, जिन्होंने अपने धैर्य से टीम को हमेशा संभाला और जब भी टीम का हिस्सा रहे, उन्होंने अपना सौ फीसदी दिया. क्रिकेट के इस पुजारी ने रविवार 24 अगस्त को अपनी आराधना को विराम देने की घोषण कर दी. चेतेश्वर पुजारा ने बहुत ही इमोशनल अंदाज में एक्स पर पोस्ट लिखते हुए क्रिकेट के सभी फाॅर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी. पुजारा की इस घोषणा से उनके लाखों प्रशंसकों भावुक हैं, जो उन्हें अंतिम मैच में खेलता देखकर शानदार विदाई देना चाहते थे. पुजारा ने 22 वर्ष में पहला मैच खेला था और 37 में अलविदा कर दिया.
सचिन तेंदुलकर के बाद नहीं हुआ किसी का फेयरवेल मैच
कोई भी क्रिकेटर यह चाहता है कि जब वह संन्यास ले, तो उसे एक फेयरवेल मैच नसीब हो. सचिन तेंदुलकर के लिए जिस तरह का फेयरवेल बीसीसीआई ने प्लान किया था, वह एक आइडियल सिचुएशन है. लेकिन कम से कम टीम के लिए योगदान देने वाले बड़े क्रिकेटर्स को तो यह सम्मान मिलना चाहिए. बात चाहे वीरेंद्र सहवाग की हो, राहुल द्रविड़ की हो, एमएस धोनी की हो या फिर युवराज सिंह की हो, किसी को भी फेयरवेल मैच नसीब नहीं हुआ. सबने इसी तरह सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी.
| खिलाड़ी | संन्यास का माध्यम | फेयरवेल मैच मिला? |
|---|---|---|
| एम एस धोनी | सोशल मीडिया (2020) | नहीं |
| युवराज सिंह | सोशल मीडिया (2019) | नहीं |
| सुरेश रैना | सोशल मीडिया (2020) | नहीं |
| शिखर धवन | सोशल मीडिया (2024) | नहीं |
| रविचंद्रन अश्विन | प्रेस कॉन्फ्रेंस (2024) | नहीं |
| राहुल द्रविड़ | प्रेस कॉन्फ्रेंस (2012) | नहीं |
| वीरेंद्र सहवाग | सोशल मीडिया (2013) | नहीं |
Wearing the Indian jersey, singing the anthem, and trying my best each time I stepped on the field – it’s impossible to put into words what it truly meant. But as they say, all good things must come to an end, and with immense gratitude I have decided to retire from all forms of… pic.twitter.com/p8yOd5tFyT
— Cheteshwar Pujara (@cheteshwar1) August 24, 2025
डेब्यू टेस्ट से बनाई थी पहचान
चेतेश्वर पुजारा ने अपना डेब्यू मैच 9 अक्टूबर 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था, इस मैच में पुजारा ने भारत की दूसरी इनिंग में 72 रन बनाए थे. शानदार पारी खेलकर पुजारा ने बता दिया कि वे लंबे समय तक भारतीय क्रिकेट में टिकने आए हैं. 22 साल के युवा पुजारा ने अपने डेब्यू मैच में ही लोगों का ध्यान आकर्षित किया और अपनी मैच्योर बल्लेबाजी से यह साबित कर दिया वे लंबी रेस के घोड़े हैं. चेतेश्वर पुजारा ने अपने पेशेंस, तकनीक और जुझारू पारी से भारत को मुश्किल हालात से निकाला. वे सिर्फ रन बनाने के लिए नहीं खेलते थे बल्कि उनकी पारियों ने भारत को मुश्किल हालात से निकाला था. टेस्ट क्रिकेट में उन्हें राहुल द्रविड़ के बाद दूसरी दीवार कहा जाता था, जो एक बार क्रीज पर खड़ा हो जाए, तो उसे ढहा देना विरोधी टीम के लिए बहुत मुश्किल था.
क्लासिक टेस्ट बल्लेबाजी के खिलाड़ी
2012 में इंग्लैंड के खिलाफ अहमदाबाद में खेलते हुए चेतेश्वर पुजारा ने 206 रन बनाए. वे इस मैच में नाॅटआउट रहे थे. पुजारा की शानदार पारी की वजह से भारत ने अहमदाबाद टेस्ट में इंग्लैंड को पराजित कर दिया था. चेतेश्वर पुजारा की यह पारी उनकी क्लासिक टेस्ट बल्लेबाजी का पहला बड़ा प्रमाण मानी जाती है. 2017 में चेतेश्वर पुजारा ने रांची में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हुए 202 रन बनाए थे. इस मैच में भारत ऑस्ट्रेलिया से 152 रन से पिछड़ रहा था. ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 451 और दूसरी पारी में 204/6 बनाए थे, यह मैच ड्रा खेला गया था. पुजारा ने 525 गेंदें खेलकर दोहरा शतक जड़ा था.
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ऑस्ट्रेलिया दौरे में भारत को टेस्ट सीरीज में जीत दिलाई
पुजारा ने 2018 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान शानदार खेल दिखाया था और मैन आॅफ दि सीरीज बने थे. उन्होंने एडिलेड टेस्ट में 123 रन बनाकर पहली पारी में भारत को संभाला था. पुजारा के शतक ने मैच को बचाया था और उनकी इस पारी के दम पर भारत ने एडिलेड में जीत दर्ज की और आखिरकार पहली बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीता था. इसी दौरे के दौरान पुजारा ने मेलबर्न टेस्ट में भी शतक जड़ा था और 106 रन बनाया था. इस सीरीज को भारत ने 2-1 से जीता था, पुजारा ने कुल 521 रन इस सीरीज में बनाए थे.
2021 में गाबा क्रिकेट ग्राउंड में तोड़ा ऑस्ट्रेलिया का गुरूर
2021 में ब्रिसबेन के गाबा क्रिकेट ग्राउंड में चेतेश्वर पुजारा ने ऐतिहासिक पारी खेली थी. उन्होंने 211 गेंदें खेलकर 56 रन बनाया था और कई चोट भी झेली थी. इस ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलिया 32 साल से अजेय था, पुजारा की पारी ने भारतीय खिलाड़ियों के लिए जीत का प्लेटफॉर्म तैयार किया था और ऑस्ट्रेलिया के घर में उसे रौंदकर उसका गुरूर तोड़ा था.
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