राजधानी में दो दिन चलने वाले जी 20 इंटरनेशनल फूड फेस्टिवल की शुरुआत हो गयी है. दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित फेस्टिवल में 43 से ज्यादा फूड स्टॉल्स को लगाया गया है. चीन, तुर्की, जापान और मैक्सिको के प्रतिनिधि भी हिस्सा ले रहे हैं. वहीं, भारत के 14 राज्य इस इंटरनेशनल फेस्टिवल का हिस्सा बने हैं. ‘टेस्ट द वर्ल्ड’ और ‘इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स’ थीम पर फेस्टिवल का आयोजन किया गया है.
इस फेस्टिवल में गुजरात, तमिलनाडु, तेलंगाना, दिल्ली, पंजाब, बिहार, कश्मीर, उत्तर प्रदेश, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, मणिपुर और मेघालय राज्य शामिल हैं. आम लोगों के लिए एंट्री फ्री है. इस प्रोग्राम में कई तरह की फूड डिशेस का लुत्फ उठाया जा सकता है.
दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में शनिवार से शुरू हुए दो दिवसीय जी20 इंटरनेशनल फूड फेस्टिवल में खाने के शौकीनों को देश और दुनिया के स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठाने का मौका मिल रहा है. फेस्टिवल का आयोजन नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने किया है.
केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे फेस्टिवल का उद्घाटन किया. एक अधिकारी ने बताया कि इंटरनेशनल फूड फेस्टिवल में हजारों लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. उन्होंने बताया कि इसके लिए 43 स्टॉल लगाए गए हैं, सुरक्षा के उचित इंतजाम किये गये हैं. जी20 समूह में शामिल चार देश चीन, तुर्किये, जापान और मैक्सिको महोत्सव में भाग ले रहे हैं.
नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) द्वारा आयोजित किये जा रहे इस इंटरनेशनल फूड फेस्टिवल का थीम “दुनिया का स्वाद लीजिए” है. इसमें चीन, तुर्की, जापान और मैक्सिको सहित कुल चार सदस्य देश भाग ले रहे हैं.
इंटरनेशनल फूड फेस्टिवल का उद्धाटन करने के बाद हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि यह न केवल एनडीएमसी का जी-20 खाद्य महोत्सव है, बल्कि देश का भी खाद्य महोत्सव है. पुरी ने ट्वीट किया कि तालकटोरा स्टेडियम में जी-20 इंटरनेशनल फूड फेस्टिवल का उद्घाटन करते हुए बहुत खुशी हो रही है. यह देखकर अच्छा लगा कि दुनिया मोटे अनाज द्वारा दिये जाने वाले पोषण को दैनिक खाद्य पदार्थों में कैसे शामिल कर रही है. इस कार्यक्रम में मोटे अनाज से तैयार व्यंजन और स्नैक्स भी पेश किए जा रहे हैं.
हरदीप सिंह पुरी ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि दुनिया के सभी भोजन प्रेमी एक हो जाओ! जब कोई लिट्टी चोखा, पाव भाजी, दौलत की चाट, जलेबी, पनीर टिक्का और जापानी सुशी को एक जगह देखता है, तो हमें उस शक्ति का एहसास होता है जो दुनिया के सांस्कृतिक और पाक-कला एकीकरण में पनपती है!