कुछ कर्मचारी दिल्ली की सड़कों पर कचरा फेंक कर मोदी जी के स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ाने की कोशिश कर रहे हैं. अपनी बात सरकार तक पहुंचाने का क्या यह तरीका सही लगता है? जनता ने कांग्रेस पर भी कई आरोप लगाये. महंगाई और भ्रष्टाचार बढ़ाने में यूपीए सरकार जिम्मेवार रही, लेकिन क्या किसी ने यह सोचा कि इसके पीछे कोई पार्टी नहीं, बल्कि खुद हमलोग जिम्मेवार हैं.
यूपीए सरकार ने दस साल अपना कार्यभार संभाला, इसी जनता की बदौलत. ‘आप’ को दिल्लीवालों ने पूर्ण बहुमत दिया. परिणाम क्या हो रहा है? कुछ ही दिनों में खुद अपनों से अलगाव. खुद में उलङो रहे, तो इस जनता की कौन सुने? हर पार्टी में अच्छे और बुरे लोग होते हैं, उन्हें पहचानने की जरूरत है. हमें एक-दूसरे की गलतियां निकालने में नहीं, खुद को सुधारने में समय लगाना चाहिए.
मंजरी मिश्र, जमशेदपुर