शैलेश कुमार
प्रभात खबर, पटना
आज मुङो किसी ने जादू की झप्पी दी. इसका अनुभव शब्दों में बता पाना मुश्किल है. पर हां, इसके बाद तन-मन में एक नयी उमंग का संचार हो गया. फिर मेरे मन में एक विचार आया- जब एक झप्पी ने मेरे सारे तनाव भुला दिये, तो झप्पी का यदि सिलसिला ही चल पड़े, तो न जाने कितना कुछ बदल जायेगा. सबसे पहले सोनिया गांधी और नरेंद्र मोदी का नाम दिमाग में आया.
सोचा कि सोनिया यदि मोदी को जादू की झप्पी दें, तो क्या होगा. न्यूज चैनलों पर खबरें कुछ इस तरह से आयेंगी- ‘सोनिया ने दी मोदी को जादू की झप्पी, भाजपा-कांग्रेस मिल कर बनायेंगे सरकार.’ यदि ऐसा होगा, तो लाग-डाट की राजनीति खत्म हो जायेगी. सरकार मजबूत होगी. विकास को रफ्तार मिलेगी. हां, यहां कुछ लोग यह भी कह सकते हैं कि काम करने की बजाय, वे मिल कर खाने पर भी फोकस कर सकते हैं. लेकिन मैं तो यही कहूंगा भाई कि अच्छे दिन आने का सपना देख रहे हो, तो सोच को भी थोड़ा सकारात्मक बना लो.
क्या पता सच में अच्छे दिन आ जाएं? आगे बढ़ते हुए अगला नाम मनमोहन सिंह और नवाज शरीफ का आया. मैंने सोचा कि यदि मनमोहन ने नवाज को झप्पी दे दी, तो न्यूज चैनल पर क्या हेडलाइन प्रसारित होगी? कुछ ऐसी ही न- ‘मिटे गिले-शिकवे, मनमोहन ने दी शरीफ को जादू की झप्पी.’ इसके बाद अखबारों की खबरें कुछ इस प्रकार से होंगी- ‘कश्मीर समस्या सुलझा ली गयी है. पाकिस्तान ने सहर्ष कश्मीर से अपना दावा छोड़ दिया है. भारत ने पाकिस्तान को आतंकवाद से लड़ने के लिए आर्थिक और सामरिक मदद मुहैया कराने का फैसला किया है.’ जरा सोचिए, जादू की झप्पी का असर कितना दूरगामी है.
अब मेरा मन पहुंचा नीतीश कुमार और राज ठाकरे के पास. मैंने सोचा कि यदि नीतीश ने ठाकरे को जादू की झप्पी दे दी, तो अगले दिन अखबारों की सुर्खियां होंगी, ‘ठाकरे को भायी नीतीश की झप्पी, बिहारियों को किया महाराष्ट्र में काम करने के लिए आमंत्रित.’ यदि ऐसा हो गया, तो भारत मां की दो संतानों बिहारियों व मराठियों के बीच का मन-मुटाव भी दूर हो जाता और वे केवल देश की प्रगति के बारे में सोचते. अब अंत में मैंने सोचा कि जिस प्रकार बहन अपने भाई को प्यार से जादू की झप्पी देती है, मां अपनी संतान को प्यार से झप्पी देती है, एक प्रेमिका अपना प्यार प्रदर्शित करने के लिए प्रेमी को जादू की झप्पी देती है और दो बिछड़े दोस्त दोबारा मिलने पर एक-दूसरे को जादू की झप्पी देते हैं, उसी तरह से हर देशवासी भारत माता को जादू की झप्पी देने लगे, तो देश में इसका कितना ज्यादा असर होगा? यह जादू की झप्पी होगी समय पर कर का भुगतान करने के रूप में. सरकारी कर्मचारियों के रिश्वत लिये बगैर काम करने के रूप में. लोगों द्वारा महिलाओं को सम्मानित नजरों से देखने के रूप में. और अंत में खुद को इस देश का नागरिक होने पर गौरवान्वित महसूस करने के रूप में.