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न्यूनतम मजदूरी की मांग पर तीन मार्च को धरना देंगे चाय श्रमिक
दार्जिलिंग : न्यूनतम मजदूरी की मांग को लेकर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए गोरामुमो के श्रमिक संगठन हिमालयन प्लांटेशन वर्कर्स यूनियन के नेतृत्व में चाय श्रमिक आगामी तीन अप्रैल को एक दिवसीय धरना पर बैठेंगे. शहर के एचडी लामा रोड स्थित गोरामुमो दार्जिलिंग ब्रांच कमेटी कार्यालय में आज हिमालयन प्लांटेशन वर्कर्स यूनियन की […]
दार्जिलिंग : न्यूनतम मजदूरी की मांग को लेकर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए गोरामुमो के श्रमिक संगठन हिमालयन प्लांटेशन वर्कर्स यूनियन के नेतृत्व में चाय श्रमिक आगामी तीन अप्रैल को एक दिवसीय धरना पर बैठेंगे.
शहर के एचडी लामा रोड स्थित गोरामुमो दार्जिलिंग ब्रांच कमेटी कार्यालय में आज हिमालयन प्लांटेशन वर्कर्स यूनियन की बैठक हुई. बैठक में यूनियन के केन्द्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेवी तमांग उपस्थित थे.
तीन घंटे चली बैठक के बाद पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कार्यकारी अध्यक्ष जेवी तमांग ने कहा कि 2014 से न्यूनतम मजदूरी की बात हुई थी, लेकिन आज तक यह नहीं हो पाया है. पिछले 2017 में न्यूनतम वेतन तय नहीं होने पर सरकार ने अंतरिम मजदूरी 17 रूपया 50 पैसा तय करके अधिसूचना जारी किया था.
उक्त अधिसूचना में 2018 के जनवरी माह से लागू करने का निर्देश भी जारी किया था, लेकिन चाय बागानों ने 2018 के अप्रैल माह से मजदूरी भुगतान किया था. जिसके कारण तीन माह के मजदूरी एरियर बनकर तैयार है.
श्री तमांग ने कहा कि दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में करीब 87 चाय बागान हैं. जिसमें दो चाय बगान बंद हैं. इसमें ज्यादातर चाय बागान एरियर भुगतान कर चुके हैं, लेकिन 40 प्रतिशत के आसपास चाय बगानों ने 20 मार्च के भीतर भुगतान करने की बात कह रही है.
श्री तमांग ने कहा कि बागान मालिक दो किस्ती देने की बात कर रहे हैं, लेकिन हम दो किस्ती में नहीं मानेंगे. उन्होंने कहा चाय श्रमिकों के साथ-साथ स्टाफ, सब स्टाफों के 18 प्रतिशत वेतन वृद्धि का रकम भी भुगतान करना होगा.
आगे तमांग ने कहा कि मिनिमम वेजेस व अन्य कुछ मांगों को लेकर गोरामुमो श्रमिक संगठन समेत अन्य श्रमिकों ने आगमी तीन अप्रैल को चाय बागान सम्बंधित जितने भी कार्यालय एवं विभाग हैं, उन विभागीय कार्यालय के सामने सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक एक दिवसीय धरना पर बैठने की जानकारी दी.
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