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रांची : आपके लिए न ट्रैफिक न नगर निगम कुछ कर रहा है
रांची : शहर के चौक-चौराहों पर बनाये गये स्टॉप लाइन व जेब्रा क्रॉसिंग पूरी तरह से गायब हो गये हैं. इन लाइनों के गायब होने के कारण चौक-चौराहों पर वाहन खड़ा करनेवाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लाइन नहीं दिखने के कारण प्रतिदिन 100 से अधिक लोग अनजाने में जुर्माना भरने […]
रांची : शहर के चौक-चौराहों पर बनाये गये स्टॉप लाइन व जेब्रा क्रॉसिंग पूरी तरह से गायब हो गये हैं. इन लाइनों के गायब होने के कारण चौक-चौराहों पर वाहन खड़ा करनेवाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
लाइन नहीं दिखने के कारण प्रतिदिन 100 से अधिक लोग अनजाने में जुर्माना भरने को विवश हैं. सूत्र बताते हैं कि निगम के अधिकारियों ने स्टॉप लाइन व जेब्रा क्रॉसिंग का रंग-रोगन इसलिए नहीं कराया कि इन्हें जो कमीशन चाहिए था वह उन्हें नहीं मिला. जब चयनित एजेंसी ने रिश्वत देने से इंकार किया तो अधिकारियों ने नये सिरे से टेंडर निकाल दिया. इधर, टेंडर निकालने के बाद पुरानी एजेंसी ने इसकी शिकायत नगर विकास विभाग में की. एजेंसी ने कहा कि जब उसका कार्यकाल बाकी है तो निगम ने नया टेंडर कैसे निकाल दिया. इसके बाद निगम ने गुरुवार को टेंडर को स्थगित करने का आदेश जारी किया.
तबादला हो गया लेकिन धमक अब भी बरकरार
कमीशन के खेल में एक पूर्व सिटी मैनेजर का नाम सामने आ रहा है. चौक-चौराहों पर बने स्टॉप लाइन दो माह पहले ही गायब होने की कगार पर पहुंच गये थे. लेकिन उस समय निगम में पोस्टेड सिटी मैनेजर ने रंग रोगन इसलिए नहीं कराया, क्योंकि उसे एजेंसी से मन के मुताबिक कमीशन नहीं मिला था.
फिर नवंबर में सरकार ने सिटी मैनेजर का तबादला कर दिया. तबादले के बाद उसने अपनी पहुंच व पैरवी के बल पर निगम में जमे रहने का हर तिकड़म भिड़ाया. यहां तक की नगर आयुक्त से पत्र भी लिखवाया, लेकिन सरकार ने दोबारा उसकी प्रतिनियुक्ति नहीं की.
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