25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

Advertisement

रांची : जून के अंत तक फॉरेस्ट क्लीयरेंस से संबंधित कार्यों का हो निराकरण : सीएम

ऊर्जा विभाग की परियोजनाओं की कार्य प्रगति की समीक्षा बैठक में सीएम ने कहा रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ऊर्जा विभाग एवं वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जून माह के अंत तक फॉरेस्ट क्लीयरेंस नहीं होने के कारण विद्युत संरचना के कार्य में जो रुकावट आ रही है, उनका […]

ऊर्जा विभाग की परियोजनाओं की कार्य प्रगति की समीक्षा बैठक में सीएम ने कहा
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ऊर्जा विभाग एवं वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जून माह के अंत तक फॉरेस्ट क्लीयरेंस नहीं होने के कारण विद्युत संरचना के कार्य में जो रुकावट आ रही है, उनका निराकरण कर लें. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि फाइलों के उलझन में न फंसे. फाइल मूवमेंट कम से कम हो और अधिक से अधिक संवाद स्थापित कर कार्य प्रगति में तेजी लायें.
फाइल एक ही बार में फूल और फाइनल हो, यह प्रयास करें. ऊर्जा विभाग, वन विभाग के पदाधिकारी और जिलों के उपायुक्त आपसी समन्वय स्थापित कर नियम कानून का अनुपालन करते हुए फॉरेस्ट क्लीयरेंस का काम जून के अंत तक पूरा कर लें. श्री दास ने यह निर्देश प्रोजेक्ट भवन में आयोजित सभी डीएफओ सहित वन विभाग के अन्य अधिकारियों के साथ ऊर्जा विभाग (ट्रांसमिशन लाइन) की परियोजनाओं की कार्य प्रगति पर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में दिया.
परियोजनाओं को समयबद्ध पूरा करें
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि राज्य में बिजली को सुदृढ़ करने के लिए विभाग द्वारा प्रस्तावित परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करना राज्य सरकार का लक्ष्य है. मुख्यमंत्री ने ऊर्जा विभाग के आला अधिकारियों को विद्युत संचरण से संबंधित कार्य प्रणाली में तेजी लाने का निर्देश दिया. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अघोषित बिजली कटौती और तकनीकी समस्याओं का तत्काल निराकरण करें.
चार साल में 30 लाख घरों में सरकार ने बिजली पहुंचायी
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों में राज्य सरकार की साफ नीयत, स्पष्ट नीति एवं टीम झारखंड की अच्छी कार्यप्रणाली और दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण सड़क, बिजली, पानी इत्यादि आधारभूत संरचनाओं में संतोषजनक कार्य हुए हैं.
साल 2014 तक राज्य के 68 लाख घरों में से मात्र 38 लाख घरों तक ही बिजली पहुंच सकी थी. वर्तमान सरकार के गठन के चार साल में ही राज्य के वंचित 30 लाख घरों में तेज गति से बिजली पहुंचाने का काम वर्तमान सरकार ने कर दिखाया है.
चुनौती स्वीकारी, शत-प्रतिशत घरों में पहुंची बिजली
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के 67 साल बीत जाने के बाद भी राज्य में जितने पावर ग्रिड सब स्टेशन बनने चाहिए थे, उतने नहीं बन पाये.
यही कारण है कि पूरे राज्य में निर्बाध और गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्धता कराना एक बड़ी चुनौती बन गयी थी. इस चुनौती को स्वीकारते हुए सरकार ने राज्य के शत-प्रतिशत घरों में बिजली पहुंचाने का काम किया है. हर घर तो बिजली पहुंचा दी गयी है, परंतु 24×7 निर्बाध बिजली उपलब्धता में कुछ समस्याएं अवश्य आ रही हैं. उपभोक्ता परिवारों तक निर्बाध बिजली पहुंचे, यह सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है.
सभी गरीब परिवारों तक बिजली पहुंचायी गयी
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में आजादी के बाद पहली बार सभी गरीब परिवारों तक बिजली पहुंचायी गयी है. सभी घरों में बिजली पहुंचने से लोगों की सोच बदली है. बिजली सामाजिक उन्नति का आधार है.
शहरों के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी आंगनबाड़ी, स्कूल एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों इत्यादि में बिजली पहुंचने के कारण स्पष्ट रूप से सामाजिक उन्नति देखी गयी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली के बिना विकास की कल्पना नहीं की जा सकती है. राज्य सभी सेक्टरों में तभी आगे बढ़ पायेगा, जब हम 24 घंटे निर्बाध बिजली उपलब्ध कराने में कामयाब होंगे.
ट्रांसमिशन के 29 बड़े प्रोजेक्ट पर हो रहा कार्य
अधिकारियों ने बताया कि ट्रांसमिशन से जुड़े 29 बड़े प्रोजेक्ट पर कार्य हो रहा है. अक्तूबर तक सभी परियोजनाओं का काम पूरा हो जायेगा.
बैठक में अपर मुख्य सचिव इंदुशेखर चतुर्वेदी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल, ऊर्जा सचिव वंदना दाडेल, मुख्य वन संरक्षक संजय कुमार, ऊर्जा वितरण निगम के एमडी राहुल पुरवार के अलावा विभिन्न जिलों के उपायुक्त सहित ऊर्जा एवं वन विभाग के कई अधिकारी मौजूद थे.
पीएम के प्रयास से दुनिया में योग के प्रति आस्था बढ़ी
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि योग भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है. योग मानव जाति की पुरातन वपारंपरिक देन है. यह मन, शरीर, विचार व कर्म को संयम रखने का मूर्त रूप है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से पूरी दुनिया में योग के प्रति आस्था बढ़ी है.
21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है. इसमें शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रांची आयेंगे. श्री दास शनिवार को सूचना भवन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने योग दिवस को सफल बनाने के लिए सामाजिक, व्यावसायिक संगठनों के साथ-साथ स्कूल और कॉलेज प्रबंधन से सहयोग करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि योग दिवस को जन आंदोलन बनाने की जरूरत है.
आज आधुनिक जीवनशैली के कारण लोगों को बीमारियां हो रही है. ऐसे में हमें योग को दिनचर्या में शामिल करने की जरूरत है. हमें स्वस्थ्य झारखंड व स्वस्थ्य भारत का संकल्प लेना है. उन्होंने कहा कि योगा के बारे में जानकारी देने के लिए राज्य के सभी उपायुक्तों को जिलों में संगोष्ठी करने का आदेश दिया गया है. उन्होंने कहा कि योगा से रोजगार मिल रहे हैं. विदेशों में यह काफी लोकप्रिय हो चुका है. वहां पर लोगों ने अपने-अपने फ्लैट में योग प्रशिक्षक रखा है. सारे योग प्रशिक्षक भारतीय हैं.
रांची में इको फ्रेंडली कार्यक्रम
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने बताया कि योग दिवस पर राजधानी रांची में ओपेन कार्यक्रम होगा. यह इको फ्रेंडली कार्यक्रम होगा. इसमें रबर के मैट्स की जगह खादी के मैट्स लगाये जायेंगे.
योग दिवस को लेकर 15 जून को रन फॉर योगा का कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा. इसके अलावा स्कूल व कॉलेजों में वाद-विवाद समेत अन्य प्रतियोगिताएं आयोजित कर लोगों को जागरूक करने का काम किया जायेगा. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए देश के किसी भी हिस्से से लोग अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें