मुजफ्फरपुर :एसकेएमसीएच मेडिकल के ग्रिड के आवंटन में बुधवार की रात करीब 30 मेगावाट की कटौती कर दी गयी. इस कारण इस ग्रिड से जुड़े करीब आधे शहर में रात को बिजली संकट की स्थिति हो गयी. अभी यह स्थिति अगले दस दिनों तक ग्रिड से जुड़े इलाके में शाम को तीन से पांच घंटे तक रहेगी.
ग्रिड सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मोतिहारी में गंडक नदी में एक चार लाख किलो वोल्ट का टावर गिर गया है, जिसका काम चल रहा है. इस कारण शाम के समय एसएलबीसी पटना द्वारा आवंटन में कटौती की जा रही है. मेडिकल ग्रिड की मांग 80 मेगावाट है जो शाम के समय करीब 50 मेगावाट हो जाती है.
ऐसे में एमआईटी, सिकंदरपुर, चंदवारा, मिस्कॉट, मेडिकल, सीआरपीएफ व बाेचहां पीएसएस से जुड़े एमआइटी, बोचहां, ब्रह्मपुरा, दाउदपुर कोठी, पुलिस लाइन, सिकंदरपुर, अखाड़ाघाट, चंदवारा, मिस्कॉट, मदनानी लेन, मिठनपुरा, चकवासु, अमर सिनेमा रोड, जेल चौक, मेडिकल, जीरोमाइल, दादर, बोचहां, मीनापुर आदि इलाकों में शाम के समय 7 से 11 बजे तक रोटेशन पर बिजली मिलती है.
इधर, चंदवारा व बेला 33 केवीए लाइन को मुशहरी सुपर ग्रिड से अगर जोड़ दिया जाता, तो आवंटन कम होने पर भी यह परेशानी नहीं होती. इन दोनों फीडर को मुशहरी से जोड़ने का करीब 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है.
इस लाइन को बनाने की योजना 2017 से थी, लेकिन दो साल पूरा होने को है, अबतक इसे चालू नहीं किया जा सका है. जल्द चंदवारा व बेला को मुशहरी सुपर ग्रिड से जोड़ दिया जाये, तो मेडिकल ग्रिड का आवंटन कमने पर भी परेशानी नहीं होगी.