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पेंडिंग रिजल्ट वाले छात्रों को फॉर्म भरवाने पर नहीं बनी सहमति

मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने प्रमोट व पेंडिंग रिजल्ट वाले छात्रों को ग्रेजुएशन पार्ट टू व थ्री का परीक्षा फॉर्म भरवाने को लेकर बुधवार को करीब दो घंटे तक मंथन किया, लेकिन कोई सहमति नहीं बन सकी. कुलपति के चेंबर में हुई बैठक के दौरान स्नातक का रेगुलेशन भी खंगाला गया. साथ […]

मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने प्रमोट व पेंडिंग रिजल्ट वाले छात्रों को ग्रेजुएशन पार्ट टू व थ्री का परीक्षा फॉर्म भरवाने को लेकर बुधवार को करीब दो घंटे तक मंथन किया, लेकिन कोई सहमति नहीं बन सकी. कुलपति के चेंबर में हुई बैठक के दौरान स्नातक का रेगुलेशन भी खंगाला गया.

साथ ही परीक्षा बोर्ड के पूर्व के कुछ निर्णय देखे गये, लेकिन प्रमोट छात्र को पार्ट थ्री का परीक्षा भरवाने को लेकर अधिकारियों में सहमति नहीं बन सकी. अधिकारियों का कहना था कि यदि प्रमोट छात्र ने पार्ट थ्री की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली और पार्ट टू का रिजल्ट नहीं निकल सका, तो दिक्कत हो जायेगा. भविष्य में भी इसको लेकर सवाल खड़े हो सकते हैं, क्योंकि पार्ट थ्री पहले पूरा होगा और पार्ट टू बाद में.

बैठक के दौरान प्रस्ताव लाया गया कि जो छात्र स्नातक पार्ट टू में प्रमोट है, उन्हें पार्ट टू के साथ पार्ट थ्री का परीक्षा फार्म भी भरने की छूट दी जाये. इसके साथ ही या पेंडिंग रिजल्ट वाले छात्र भी पार्ट-थ्री का फार्म भरवाने पर विचार किया गया. अधिकारियों ने स्नातक के रेगुलेशन को भी खंगाला. इस दौरान पूर्व के परीक्षा बोर्ड के निर्णयों को भी देखा गया. कुछ अधिकारी इसपर तैयार नहीं हुए. कहा गया कि अगर प्रमोट पार्ट थ्री का परीक्षा फार्म भरते हैं और पास हो जाते हैं, लेकिन पार्ट टू में फिर प्रमोट होते हैं तो अगले साल वे इसकी परीक्षा देंगे. ऐसे में पार्ट थ्री पहले और पार्ट टू बाद में पास करेंगे. इसका जिक्र मार्क्सशीट पर होगा, जो उचित नहीं है. बैठक के दौरान इस तरह के कुछ उदाहरण भी रखे गये. बैठक में कुलपति डॉ. अमरेन्द्र नारायण यादव, प्रोवीसी डॉ. आरके मंडल, कुलसचिव डॉ. अजय कुमार श्रीवास्तव, डीडीई के निदेशक डॉ. एके श्रीवास्तव, परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओपी रमण सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.
रेगुलेशन को लेकर उठ रहे सवाल
स्नातक रेगुलेशन को लेकर विवि के अधिकारियों के बीच ही आपसी सहमति नहीं बन पा रही है. दरअसल, पहले विवि अंडरटेकिंग लेकर परीक्षा फॉर्म भरवाता रहा है. जबकि इस बार स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि रिजल्ट क्लीयर होने पर ही पार्ट टू व थ्री का परीक्षा फॉर्म भरवाया जाये. लगातार बढ़ रही पेंडिंग की समस्या को देखते हुये यह निर्णय लिया गया है. अधिकारियों का कहना है कि इस संबंध में राजभवन से कोई स्पष्ट निर्देश नहीं है. अन्य विश्वविद्यालयों में प्रमोट छात्रों को पार्ट थ्री का परीक्षा फॉर्म भरवाया जा रहा है, जबकि यहां ऐसा नहीं होने से हजारों छात्रों के परीक्षा से वंचित होने की आशंका बढ़ गयी है.
परीक्षा को लेकर संशय बरकरार
विवि ने 20 दिसंबर से ग्रेजुएशन पार्ट टू व थ्री की परीक्षा शुरू कराने का प्रस्ताव रखा है, लेकिन अब तक की तैयारियों को देखते हुए इस पर संशय बना हुआ है. अधिकारियों की बैठक में भी परीक्षा को लेकर किसी तरह की चर्चा नहीं हुई. परीक्षा विभाग का कहना है कि जब तक स्थिति स्पष्ट नहीं होगी, परीक्षा का कार्यक्रम जारी नहीं किया जा सकता.
पेंडिंग सुधार की हर दिन होगी समीक्षा : परीक्षा फॉर्म भरवाने के साथ ही पेंडिंग सुधार में भी तेजी लाने का निर्देश दिया गया. बैठक के दौरान कर्मचारियों ने सुरक्षा का मुद्दा उठाया. लगातार दो दिन परीक्षा विभाग में हुए हंगामे की बात कही. कर्मचारियों को निर्देश दिया गया कि जैसे-जैसे आवेदन आ रहे हैं, पेंडिंग क्लीयर किया जाये. हर दिन की रिपोर्ट रिपोर्ट परीक्षा नियंत्रक को देनी है.

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