25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

Advertisement

बिहार में ”चमकी” का कहर : अब तक 67 बच्चों की मौत, सीवान में भी एक बच्ची की मौत

पटना/मुजफ्फरपुर/सीवान :बिहारके मुजफ्फरपुर जिले में हाइपोग्लाइसीमिया के कारण शनिवार को चार और बच्चों की मौत हो गयी. अधिकारियों ने बताया कि इस महीने अब तक ऐसी 67 मौतें हो चुकी हैं. उन्होंने बताया कि सभी बच्चे हाइपोग्लाइसीमिया के शिकार हुए हैं, यह ऐसी स्थिति है जिसमें ब्लड शुगर का स्तर बहुत घट जाता है और […]

पटना/मुजफ्फरपुर/सीवान :बिहारके मुजफ्फरपुर जिले में हाइपोग्लाइसीमिया के कारण शनिवार को चार और बच्चों की मौत हो गयी. अधिकारियों ने बताया कि इस महीने अब तक ऐसी 67 मौतें हो चुकी हैं. उन्होंने बताया कि सभी बच्चे हाइपोग्लाइसीमिया के शिकार हुए हैं, यह ऐसी स्थिति है जिसमें ब्लड शुगर का स्तर बहुत घट जाता है और इलेक्ट्रोलाइट असंतुलित हो जाते हैं. इनमें से ज्यादातर बच्चों की उम्र 10 साल से कम थी. वहीं, चमकी बीमारी ने सीवान में भी दस्तक दे दियाहै,जहां चमकी से एक बच्ची की मौतहोने और कई अन्य के आक्रांत होने की खबर है. उधर, इस चमकी से पैदा हुई इस भयावह स्थिति की समीक्षा के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन रविवार को मुजफ्फरपुर जा रहे हैं.

मुजफ्फरपुर के दो सरकारी अस्पतालों श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) और केजरीवाल अस्पताल में इन 67 बच्चों की मौत हुई है. मुजफ्फरपुर जिला प्रशआसन की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक एसकेएमसीएच में शनिवार को चार बच्चों की मौत हो गयी. एक जून से 197 बच्चों को एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया जबकि केजरीवाल अस्पताल में 91 बच्चों को भर्ती कराया गया. इन सभी को एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम के संदेह में भर्ती कराया गया था, लेकिन ज्यादातर हाइपोग्लाइसीमिया के पीड़ित पाए गये. इन दोनों अस्पताल में इलाज करा रहे छह बच्चों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है.

इस बीच, केंद्रीय मंत्री एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय गृह राज्य मंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद से राज्य के अपने पहले दौरे पर सभी अभिनंदन कार्यक्रम रद्द करते हुए पटना हवाईअड्डे से सीधा मुजफ्फरपुर पहुंचे. उन्होंने बच्चों की मौत पर चिंता जताई और कहा कि पार्टी किसी के भी स्वागत के लिए दो हफ्तों तक किसी कार्यक्रम का आयोजन नहीं करेगी. उन्होंने एसकेएमसीएच का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा, “यह हम सभी के लिए अत्यंत दुखदायी समय है। इस अज्ञात बीमारी ने इस साल कई जान ले ली.”

राय ने कहा कि पिछले दो सालों में इससे दो या चार मौतें हुईं. साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकारों ने जरूरी बचाव उपाय किए हैं और अब तक इस बीमारी से प्रभावित 69 बच्चों को इन दो अस्पतालों से छुट्टी दे दी गयी है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नॉर्वे से एक टीम बच्चों की मौत के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए पहुंची है, जबकि नमूनों को जांच के लिए पुणे की एक प्रयोगशाला में भेज दिया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इससे पहले परिजनों को सलाह दी कि एहतियात के तौर पर वे अपने बच्चों को खाली पेट न सोने दें या खाली पेट लीची न खाने दें.

सीवान में चमकीसे एक बच्ची की मौत व कई आक्रांत
सीवान: बच्चों में होने वाल खतरनाक बीमारी चमकी ने सीवान में भी दस्तक दे दिया है. शहर के सना चाइल्ड केयर सेंटर में शुक्रवार की रात महाराजगंज थाने के जिगरहवां गांव की एक साल की किरन ने दम तोड़ दिया. किरन को संदेहास्पद चमकी बीमारी की मरीज थी. चमकी बीमारी को नवकी बीमारी, मतिष्क ज्वर तथा एईएस (एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम) भी कहते हैं.

अस्पताल के डॉक्टर मो. इसरायल का कहना है कि लक्षणों के अनुसार उसे चमकी बीमारी थी. परिजन काफी नाजुक स्थिति में उपचार के लिए लाये थे. बच्ची करीब शाम सात बजे इलाज के लिए आयी तथा नौ बजे के आसपास दम तोड़ दिया. उन्होंने बताया कि चमकी बीमारी के मरीजों का आना शुरू हो गया है. कई बच्चों को पीएमसीएच रेफर किये जाने की बता उन्होंने बतायी. अभी एक दो साल की बच्ची का वे भर्ती कर इलाज कर रहें है. बच्ची का नाम मधु कुमारी है जो भगवानपुर थाने के मीर जुमला निवासी मुन्ना प्रसाद की पुत्री है.

परिजनों ने बताया कि डॉक्टर साहब ने बच्ची की हालत को गंभीर देख रेफर कर दिया था. लेकिन, आर्थिक स्थित ठीक नहीं होने के कारण परिजनों ने डॉक्टर से अपने यहां ही भर्ती कर इलाज करने को कहा. पहले से बच्ची ठीक है.हालांकि, हालत अभी भी चिंताजनक बनी हुई है. डॉक्टर ने गंभीर स्थित वाले कई मरीजों को पटना रेफर कियो जाने की बात बतायी. सरकारी अस्पतालों सहित निजी अस्पतालों में चमकी बीमारी से अक्रांत मरीजों का आना शुरू हो गया है. लेकिन विभाग की इस बीमारी की अभी तक जानकारी नहीं मिली है. विभाग को इस प्रकार की बीमारी का तब पता चलता है जब बीमारी महामारी का रूप धारण कर लेता है.

मुजफ्फरपुर का दौरा करेंगे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री
पटना : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन बिहार में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) और जापानी इंसेफलाइटिस (जेई) के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्थिति का जायजा लेने एवं समीक्षा करने के लिए रविवार को मुजफ्फरपुर का दौरा करेंगे. वर्धन ने कहा, “केंद्र बिहार को एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम और जापानी इंसेफलाइटिस के मामलों को रोकने एवं उसके प्रबंधन के लिए हर तरह की मदद मुहैया करा रहा है तथा मैं राज्य सरकार से स्थिति का जायजा लेने एवं समीक्षा करने कल मुजफ्फरपुर जा रहा हूं.”

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री वहां मौजूद विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखने वाले दलों से बातचीत करेंगे और राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक को संबोधित करेंगे. उन्होंने कहा, “मैं केंद्र की उच्चस्तरीय विशेषज्ञों की टीम द्वारा सुझाये गये प्रबंधन के उपायों और तत्काल एवं चिरकालिक उपायों के तहत स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन तथा महिला एवं बाल विकास मंत्रालय समेत केंद्र सरकार के अन्य मंत्रालयों के जरिए जो कुछ मदद की जा सकती है उस पर चर्चा करुंगा.”

वर्धन ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय लगातार स्थिति की निगरानी कर रहा है और एईएस/जेई के मामलों के प्रबंधन में राज्य स्वास्थ्य अधिकारियों की सहायता कर रहा है. उन्होंने कहा, “प्रभावित इलाकों में केंद्रीय एवं राज्य के दलों की हर वक्त की मौजूदगी और उनके द्वारा उठाए गए बचाव कार्यों ने लोगों के बीच भरोसा जगाया है. हम जल्द ही एएसई/जेई मामलों को बढ़ने से रोकने में सक्षम होंगे.” केंद्रीय मंत्री ने हाल में बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से दो बार मुलाकात की और इस दौरान मुजफ्फरपुर में एईएस के और बिहार के ही गया में जेई के बढ़ते मामलों की खबरों और इन्हें रोकने के लिए जन स्वास्थ्य उपायों पर चर्चा की.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें